नई दिल्ली/दि. 21 – देश में कोरोना संकट के बीच विदेश से ऑक्सीजन लाने के लिए अब वायुसेना की तैनाती की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, दूसरों देशों से ऑक्सीजन लाने के लिए केंद्र सरकार वायुसेना की मदद ले सकती है. सरकार विदेशों से कंटेनर आदि के जरिए ऑक्सीजन लाने के लिए भारतीय वायु सेना के उपयोग का विकल्प तलाश रही है. ऐसे में संभावना है कि ऑक्सीजन लाने के लिए वायुसेना का इस्तेमाल किया जा सकता है.
सूत्रों का कहना है कि ऑक्सीजन उपलब्ध है, लेकिन उसे ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कंटेनरों की बढ़ती कमी के कारण ट्रांसपोर्टेशन एक बड़ी समस्या है. ऐसे में वायुसेना की मदद से ऑक्सीजन सप्लाई को तेज करने से कोरोना संकट के दौर में देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में मदद मिलेगी.
गौरतलब है कि देश में इस वक्त ऑक्सीजन की भारी किल्लत चल रही है. दिल्ली, महाराष्ट्र समेत कई राज्य केंद्र से गुहार लगा रहे हैं. इस बीच खबर आई है कि पिछले साल अप्रैल से इस साल जनवरी के बीच ऑक्सीजन का निर्यात दोगुना बढ़ा है. हालांकि, इस पर सरकार के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की सफाई भी आई है. खबर ये थी कि अप्रैल से जनवरी 2021 के बीच भारत से ऑक्सीजन का निर्यात दोगुना होकर 9,301 टन तक पहुंच गया.
दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी मांग है और इस वजह से कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है. फिलहाल केंद्र ने दिल्ली के लिए ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया है. केंद्र सरकार ने आज (बुधवार) दिल्ली के लिए 378 मीट्रिक टन से रोजाना का कोटा बढ़ाकर 480 मीट्रिक टन कर दिया.
उधर, दिल्ली के एक अस्पताल में ऑक्सीजन के कमी के मुद्दे पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाई. कोर्ट ने कहा कि इंडस्ट्रियल इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाली ऑक्सीजन को तुरंत रोका जाए. लोगों को मरने के लिए यूं ही नहीं छोड़ा जा सकता. आप उनकी जान बचाने के लिए क्या कर रहे हैं.
हाईकोर्ट ने केंद्र को फटकार लगाते हुए कहा कि आपको डिमांड और सप्लाई का कोई अंदाज़ा क्यों नहीं है? केंद्र ऑक्सीजन जल्द से जल्द अस्पतालों में भेजने के लिए रोड पर डेडिकेटेड कॉरिडोर बनाए और अगर संभव हो तो ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट कराया जाए.