नई दिल्ली/दि. 22 – बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर से आने वाले साइक्लोन यास के मद्देनजर की जा रही तैयारियों की समीक्षा के लिए कैबिनेट राजीव गौबा ने राष्ट्रपति आपदा प्रबंधन समिति की बैठक की. बैठक में मौसम विभाग के निदेशक ने बताया कि 26 मई को शाम में तूफान यास बंगाल और उत्तरी उड़ीसा के तटीय इलाकों से टकराएगा। तेज बारिश और बवंडर के साथ उस वक्त इस तूफान की स्पीड 155 से 165 किमी/घंटे होगी. बंगाल, ओडिसा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के मुख्यसचिव ने बताया कि समुंद्र के तटीय इलाकों को खाली कराने की कोशिश जारी है. प्रभावित इलाकों के लोगों को खाने-पीने के सामान का इंतजाम किया जा रहा. एनडीआरएफ की 65 टीम की तैनाती हो चुकी है और अतिरिक्त 20 टीमें स्टैंड बाई मोड में रखी गई हैं. सेना, नौ सेना और कोस्ट गार्ड के जहाज और एयरक्राफ्ट भी तैनात कर दिए गए हैं.
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तूफान से निपटने के लिए तैयारियां जारी
तूफान की वजह से कोरोना के मरीजों की चिकित्सा प्रभावित ना हो इसका पूरा इंतजाम किया जा रहा. कोरोना कैम्प/अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन की सप्लाई निर्बाध जारी रहे इसका पूरा प्रबंध किया जा रहा. 26 मई को बहुत भीषण चक्रवाती तूफान, बंगाल, ओडिशा के पार जाने की संभावना है.
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मौसम विभाग की चेतावनी
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMC) के निदेशक जीके दास ने कहा कि पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों पर और उसके बाद 26 मई की पूर्वाह्न से हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने और उसके बाद शाम तक बढ़ने की उम्मीद है. क्षेत्रीय मौसम विभाग ने कहा कि शनिवार को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना, जिसके 26 मई की सुबह के आसपास एक बहुत भीषण चक्रवाती तूफान और पश्चिम बंगाल, उत्तर ओडिशा और बांग्लादेश के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है.