पुदुच्चेरी में लगाया गया राष्ट्रपति शासन
नई दिल्ली/दि.२५– पुदुच्चेरी में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है. क्चछ्वक्क और उसके सहयोगी दल की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करने के बाद केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को पुदुच्चेरी में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की थी. पुदुच्चेरी में नारायणसामी की कांग्रेस सरकार ने बहुमत खो दिया है. वहां सोमवार को विश्वास मत परीक्षण होना था लेकिन मुख्यमंत्री नारायणसामी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. बीजेपी व उनके सहयोगी दलों की ओ से सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किए जाने के बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर तमिलसाई सुंदरराजन की ओर से राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की गई थी. पिछले हफ्ते कई विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस की सरकार संकट में आ गई थी. रविवार को भी दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद वी नारायणसामी के पास बस 11 विधायकों का साथ रह गया था, बल्कि विपक्षी दलों के पास कुल 14 विधायक थे. कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के रविवार को इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक थे. सोमवार को सीएम नारायणसामी ने इस्तीफा दे दिया, बाद में उन्होंनेे बीजेपी और एनआर कांग्रेस पर उनकी सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था. पिछले हफ्ते कई विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस की सरकार संकट में आ गई थी. रविवार को भी दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद वी नारायणसामी के पास बस 11 विधायकों का साथ रह गया था, बल्कि विपक्षी दलों के पास कुल 14 विधायक थे. कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के रविवार को इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक थे. सोमवार को सीएम नारायणसामी ने इस्तीफा दे दिया, बाद में उन्होंनेे बीजेपी और एनआर कांग्रेस पर उनकी सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था.