पेट्रोल व डीजल के साथ खाद्य तेल के भी दाम बढे
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में दरवृद्धी का परिणाम
नई दिल्ली/दि.१ – पिछले कुछ महिनों से पेट्रोल व डीजल के साथ-साथ खाद्य तेलों के भी दाम 50 फीसदी से अधिक बढे है. पिछले 11 महीनों में तेलों के दाम ने असमान को छूआ है. कोरोना की दूसरी लहर के चलते नागरिकों को आर्थिक नुकसान हुआ है और दूसरी ओर तेलों के दाम बढने से सर्वसामान्य नागरिकों की कमर ही टूट चुकी है.
पिछले साल भर से खाद्य तेलो के दाम निरंतर बढ रहे है. मूंगफल्ली, सरसो, सोयाबीन, सूर्यफूल, पामतेल, की कीमतें 20 से 56 फीसदी बढी है. ग्राहक कल्याण विभाग के आंकडोें के अनुसार पैकबंद सरसो के तेल में 44 फीसदी वृद्धी हुई है. सरसो का तेल 171 प्रति किलो बेचा जा रहा है. जिसकी कीमत पिछले साल 118 रुपए प्रति किलो थी. सोयाबीन तथा सूर्यफूल तेल की कीमत भी 50 फीसदी बढी है. ऐन कोरोना काल में खाद्य तेलों की कीमतों में जर्बदस्त वृद्धी हुई है. भारत में 56 फीसदी खाद्य तेलों का आयात किया जाता है. पिछले कुछ महीनों से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में खाद्य तेलो के दामो में वृद्धी होने का परिणाम देश में दिखाई दे रहा है.