* वित्त मंत्रालय ने दी जानकारी
नई दिल्ली /दि. 20– सरकारी बैंकों ने 85,520 करोड रुपए का नफा साल 2024-25 के पहले 6 माह में कमाए. पिछले वर्ष की तुलना में 67,850 करोड रुपए का नफा कमाया था. जिसमें 26 फीसदी बढोतरी हुई है, ऐसी जानकारी वित्त मंत्रालय द्वारा दी गई. सहज कर्ज वसूली और बैंक की कुल क्षमता बढने से नफे में बढोतरी होती दिखाई दे रही है. इसके पहले लागू की गई बैंक सुधारणा और एनहान्स्ड अॅक्सेस अँड सर्विस एक्सेलन्स फ्रेमवर्क यंत्रणा का बडा योगदान है. ऑनलाइन सेवाओं के कारण बैंकों के काफी पैसे बचे. जिससे भी मुनाफा बढा हुआ दिखाई दे रहा है. बैंकों की परिसंपत्तियों के रेट भी बेतहाशा बढे हैं.
बैंक खुदरा, एमएसएमई और आधारभूत सुविधा जैसे महत्व के क्षेत्र में पत पुरवठा कर अर्थ व्यवस्था को गति देने से लिए महत्व की भूमिका निभाते हैं.
* गत वर्ष का रिकॉर्ड टूटेगा
अभी का वेग देखते सार्वजनिक क्षेत्र की बैंक गत वर्ष का 1.46 लाख करोड रुपए का विक्रमी नफा पीछे डाल सकते हैं. बैंक क्षेत्र के तज्ञों ने बताया कि, मजबूत आधारभूत सुविधा से सरकारी बैंक पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थ व्यवस्था का उद्दिष्ट साध्य करने में महत्व की भूमिका बजाने के लिए तैयार हैं.
* नफा किस कारण बढा?
– मुनाफे में वृद्धि मजबूत प्रशासन के कारण हुई है. सरकार द्वारा सर्वोच्च व्यवस्थापन के नियुक्ति में निष्पक्षता निश्चित की है. राष्ट्रीयकृत बैंकों के लिए गैर कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति की है और भर्ती द्वारा प्रमुख नेतृत्व के पदों की नियुक्तियां की है.
– निवेश में बढोत्तरी होने से बैंक की जबाबदारी लेने की क्षमता बढी है. गत 3 साल में बैंक द्वारा 61,964 करोड रुपए के लाभांश का वितरण कर शेयर होल्डिंग मूल्य भी बढ गए हैं.
– बैंक की मालमत्ता की गुणवत्ता में हमेशा सुधार हुआ है. सकल नॉन-परफॉर्मिंग अॅसेट मार्च 2018 में 14.58 प्रतिशत है. सितंबर 2014 में उसमें 3.12 प्रतिशत गिरावट आई थी.