कोविड रिस्पॉन्स पैकेज के तहत बुनियादी कमियों का जल्द करें विश्लेषण
राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों की बैठक में केंद्र ने दी सलाह
नई दिल्ली/दि. 16 – केंद्र ने गुरुवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इमरजेंसी कोविड रिस्पॉन्स पैकेज के तहत विभिन्न बुनियादी चीजों में कमी का तत्काल विश्लेषण करने को कहा. दरअसल कोरोना की दूसरी लहर ने जो तबाही मचाई थी उसे ध्यान में रखते हुए सभी राज्य तीसरी लहर का सामना करने के लिए पहले से तैयार रहना चाहते हैं. इसी क्रम में देश के लगभग सभी राज्यों में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए इमरजेंसी वार्ड बनाए जा रहे है. साथ ही बुनियादी ढ़ांचो को मजबूत किया जा रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में “इंडिया कोविड -19 इमरजेंसी रिस्पॉन्स एंड हेल्थ सिस्टम्स रिस्पॉन्स पैकेज फेज II” के तहत 23,123 करोड़ रुपये का पैकेज जारी किया था. अब तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अपने अपने राज्यों में ईसीआरपी पैकेज के तहत हो रहे काम का निरीक्षण करते रहना चाहिए.
योजना को 8 जुलाई को दी गई थी मंजूरी
मालूम हो कि कैबिनेट ने 8 जुलाई को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए इस नई योजना को मंजूरी दी थी. इस पैकेज का उद्देश्य बाल चिकित्सा देखभाल के साथ स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के विकास पर जल्दी ध्यान देने के साथ शीघ्र रोकथाम, पता लगाने और प्रबंधन के लिए तत्काल प्रतिक्रिया के लिए स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारी में तेजी लाना है. वहीं समीक्षा बैठक के दौरान, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड मैनेजमेंट के अलग अलग पहलुओं पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की नीतियों और दिशानिर्देशों पर निर्देशित किया गया, जो उन्हें कोविड -19 प्रतिक्रिया को कारगर बनाने और उनके स्वास्थ्य संबंधी इंफ्रास्ट्रक्टर को मजबूत करने में मदद करेगा.
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बैठक में इन मुद्दों पर हुई बात
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अनुरोध किया गया था कि वे अपने एक्टपेंडीचर प्रपोजल जल्द से जल्द भेजें ताकि केंद्र सरकार से शीघ्र मंजूरी और मंजूरी मिल सके. वहीं बैठक के दौरान ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने, गांव के अस्पताल को मजबूत करने, सामुदायिक आइसोलेशन सेंटर और कोविड केयर सेंटर को बढ़ाने पर प्रकाश डाला गया. इसके अलावा टेस्टिंग. ट्रैक्टिंग, इलाज की क्षमता को बढ़ाने पर भी बात की गई.