नई दिल्ली/दि.११ – भारत और चीन के बीच रु्रष्ट पर लंबे समय से जारी गतिरोध के बीच, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफजनरल बिपिन रावत शुक्रवार को रक्षा मामलों की संसदीय समिति के सामने उपस्थित हुए. बैठक का एजेंडा रक्षा बलों, विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में राशन और सामान की गुणवत्ता के प्रावधान और निगरानी था लेकिन कुछ सदस्यों ने कहा है कि वे लद्दाख में स्थिति का मुद्दा उठाएंगे. इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने जवानों के खाने की क्लालिटी को लेकर सवाल पूछा. राहुल गांधी ने कहा, बॉर्डर क्षेत्र में जवानों और अधिकारियों के बीच खाने की क्वालिटी में अंतर क्यो हैं?
सूत्रों के मुताबिक पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को जवाब मिला कि अधिकतर जवान गांव या कस्बों से आते हैं. उनके खाने में रोटी को प्राथमिकता दी जाती है, जबकि ऑफिसर शहर से आते हैं जो ब्रेड या ऐसा खाना ही पसंद करते हैं. उन्हें जवाब दिया गया कि खाने में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद पिछले साल पैनल में नामांकित होने के बाद से यह पहली बार है जब राहुल गांधी इस समिति की बैठक में भाग ले रहे हैं.
इस बैठक की अध्यक्षता भाजपा(BJP) नेता जुएल ओरांव ने की. बैठक में शामिल होने वाले सदस्यों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार भी थे. पवार ने दिन में संवाददाताओं से कहा था कि वह लद्दाख में रु्रष्ट की स्थिति पर पैनल के सदस्यों को एक प्रेजेंटेशन देने के लिए कहेंगे.