नई दिल्ली/ दि. 18 – भारत (India) में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर बेहद ही भयानक रूप धारण कर चुकी है. देशभर में रोजाना लाखों नए मामले सामने आ रहे हैं और हजारों लोगों की मौत हो रही है. कोरोनावायरस के तेजी से बढ़ते मामलों की वजह से देशभर में रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir), अस्पतालों में बेड (Hospital Bed), ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) और प्लाज्मा (Plasma) की मांग में जबरदस्त उछाल आ गया है. रेमडेसिविर एक एंटीवायरल (Antiviral) दवा है, जिसे बड़े स्तर पर कोरोना के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा है. भारत में फिलहाल कई कंपनियां रेमडेसिविर का उत्पादन करती हैं, लेकिन अचानक मांग में आई तेजी की वजह से इसकी किल्लत हो रही है.
बीते शुक्रवार को सरकार ने कहा था कि वे रेमडेसिविर के उत्पादन को बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं ताकि जरूरतमंद मरीजों को समय पर इंजेक्शन मिल सके. रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग में आए उछाल की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में इसकी कालाबाजारी में भी तेजी आ गई है. डीसीजीआई (Drugs Controller General of India) ने केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों को भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.