कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होगा रॉश का एंटीबॉडी कॉकटेल
भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली
नई दिल्ली/दि.5 – रॉश और रीजेनरॉन द्वारा विकसित एक एंटीबॉडी-ड्रग कॉकटेल को भारतीय नियामकों ने आपातकालीन उपयोग की अनुमति दे दी है. रॉश के स्थानीय साथी ने बुधवार को कहा कि सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने भारत में अपने एंटीबॉडी कॉकटेल कासिरिविम्ब (Casirivimab) और इमदेवमब (Imdevimab) के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति दे दी है.
रॉश इंडिया ने कहा कि भारत में कासिरिविम्ब (Casirivimab) और इमदेवमब (Imdevimab) के एंटीबॉडी कॉकटेल की मंजूरी अमेरिका में EUA के लिए दायर किए गए आंकड़ों पर आधारित थी, और यूरोपीय संघ में मानव उपयोग (CHMP) के लिए औषधीय उत्पादों के लिए समिति की वैज्ञानिक राय के बाद दी गई थी.
उन्होंने कहा कि यह इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन रॉश को वैश्विक स्तर पर निर्मित उत्पाद बैचों को भारत में आयात करने में सक्षम करेगा और इसे सिप्ला लिमिटेड के साथ रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से भारत में वितरित किया जाएगा. एंटीबॉडी कॉकटेल को वयस्कों और बाल रोगियों (12 वर्ष या अधिक आयु, कम से कम 40 किलो वजन वाले) में हल्के से मध्यम कोरोना वायरस रोग के इलाज के लिए प्रशासित किया जाना है.
एंटीबॉडी कॉकटेल मरीजों की हालत बिगड़ने से पहलेउच्च जोखिम वाले रोगियों की मदद कर सकता है. रॉश फार्मा इंडिया के एमडी वी सिम्पसन इमैनुएल ने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या के साथ, रॉश अस्पताल में भर्ती होने और स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव को कम करने के लिए वह हर संभव कोशिश कर रहे हैं.