
नई दिल्ली/दि .२२-संसद के दोनों सदनों में सोमवार को महाराष्ट्र प्रकरण पर भारी हंगामा हुआ. इसके बाद बीमा संशोधन विधेयक पर बोलने के लिए जब एनसीपी नेता सुप्रिया सुले बोलने के लिए खड़ी हुईं तो उन्होंने महाराष्ट्र प्रकरण पर भी अपनी राय रखी. जाने क्या बोलीं सुप्रिया…
‘हमें भी बोलने का मौका दिया जाए
राकांपा नेता सुप्रिया सुले जब बीमा संशोधन विधेयक पर बोलने के लिए खड़ी हुईं तो बिल पर बोलने से पहले सुप्रिया ने कहा कि शून्यकाल के दौरान महाराष्ट्र के मसले पर आठ लोगों ने बोला, लेकिन हम ही अपनी बात नहीं कह पाए. एनसीपी और बीजेडी के बारे में तो प्रधानमंत्री ने कहा कि हम दोनों पार्टी ही कभी वेल में नहीं आते. जब हम सारे नियमों का पालन करते हैं तो हमें भी बोलने का मौका दिया जाए और हमारी आवाज को नहीं दबाया जाए.
बीमा संशोधन विधेयक पर बोलते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि बीजेपी का शिवसेना के साथ 25 साल तक गठबंधन रहा. लेकिन आज सदन में शिवसेना पर जिस तरह के हमले किए गए और उद्धव ठाकरे जी पर जो निजी हमले किए गए उससे हैरान हूं.
‘ये यू-टर्न की सरकार
बीमा संशोधन विधेयक पर सुप्रिया सुले ने कहा कि ये ‘यू-टर्न’ की सरकार है. ये इस सरकार का एक और यू-टर्न है. जब बीजेपी विपक्ष में थी उनके दो दिवंगत नेता अरुण जेटली और सुषमा स्वराज ने इसका विरोध किया था तो अब सरकार ने इस पर यू-टर्न ले लिया है.
‘आत्मनिर्भर भारत को कमजोर करेगा
सुप्रिया सुले ने कहा कि ये सरकार आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसे अहम कार्यक्रम लेकर आ रही है. ऐसे में बीमा में एफडीआई की सीमा को इतना बढ़ाना आपके इन कार्यक्रम को कमजोर करेगा.
घर का सामान बेचकर बनाएंगे 5 ट्रिलियन इकोनॉमी
कांग्रेसी सांसद जसबीर सिंह गिल ने बीमा संशोधन विधेयक पर बोलते हुए सरकार से कहा कि आपको अपनी स्नष्ठढ्ढ नीति पर दोबारा विचार करने की जरूरत है. क्या देश को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था घर का सामान बेचकर बनाएंगे?
लोकसभा ने ध्वनिमत से बीमा संशोधन विधेयक पारित कर दिया. इसके बाद देश में बीमा क्षेत्र में 74 फीसदी एफडीआई को अनुमति मिल जाएगी.