* एक सवाल का जवाब तय करेगा आघाडी सरकार का भविष्य
नई दिल्ली/दि.6– विगत कुछ समय से महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार में शामिल कांग्रेस के विधायक सरकार में मंत्री रहनेवाले अपनी ही पार्टी के नेताओं को लेकर जमकर नाराज चल रहे है. साथ ही इन विधायकों ने अपनी शिकायतों से पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी को अवगत कराने के साथ-साथ उनसे मुलाकात के लिए समय भी मांगा था. ऐसे में इस समय संसदीय कार्य प्रशिक्षण के लिए राजधानी दिल्ली में रहनेवाले कांग्रेस के करीब 20 विधायकों ने गत रोज पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात की.
इस मुलाकात के लिए पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी अपनी ओर से पूरी तैयारी के साथ आयी थी और उन्होंने महाराष्ट्र से आये विधायकों के समक्ष कुल पांच प्रश्न रखे. जिसमें उन्होंने जानना चाहा कि, कांग्रेस विधायकों की प्रतिमाह बैठक होती है अथवा नहीं. प्रत्येक मंत्री के साथ कितने विधायकों को जोडा गया है, पार्टी संगठन व मंत्रियों के बीच कितना तालमेल है, कैबिनेट की बैठक के पहले मंत्रियों द्वारा पार्टी प्रदेशाध्यक्ष व विधायकों की समस्याओं को समझा जाता है अथवा नहीं तथा राज्य की कैबिनेट बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम को कितना महत्व व प्राधान्य दिया जाता है. राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा पूछे गये सभी सवालों के जवाब से महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार के भीतर व बाहर रहनेवाली स्थिति की समीक्षा की जा सकती है. साथ ही सबसे अंतिम सवाल के जवाब पर महाविकास आघाडी सरकार का भविष्य निर्भर करता है. जिसमें सोनिया गांधी ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम को दी जानेवाली प्राथमिकता के संदर्भ में अपने विधायकों से सवाल पूछा है.
उल्लेखनीय है कि, महाराष्ट्र से दिल्ली गये कांग्रेस विधायकों के दल ने दो दिन पूर्व ही मल्लिकार्जून खडगे व के. सी. वेणूगोपाल जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की थी और वे लगातार पार्टी की अध्यक्षा सोनिया गांधी व राहुल गांधी से मुलाकात हेतु प्रयासरत थे. जिसके चलते गत रोज उनकी सोनिया गांधी से मुलाकात हो गई और अब जल्द ही वे सांसद राहुल गांधी से भी मुलाकात करने के इच्छूक है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, कांग्रेस में पार्टी की परंपरा के चलते पार्टी प्रभारी या प्रदेशाध्यक्ष के बिना किसी भी विधायकों की पार्टी हाईकमान से सीधे मुलाकात नहीं होती. लेकिन इस बार पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी ने इस परंपरा को तोडते हुए महाराष्ट्र से आये विधायकों से सीधे मुलाकात की. इस समय अमरावती जिलांतर्गत दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे, मराठवाडा की विधायक प्रज्ञा सातव सहित सर्वश्री सुरेश वरपुरकर, कल्याण गोरंट्याल व अमर राजूरकर ऐसे कुल 20 विधायक उपस्थित थे. जिनकी समस्याओं व दिक्कतों को कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने बडे ध्यानपूर्वक सुना.