नई दिल्ली/दि.४ – बिहार चुनाव में सत्ताधारी एनडीए में फूट दिख रही है. सूत्रों के मुताबिक चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लडऩे का फैसला लिया है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि लोजपा संसदीय बोर्ड ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन का प्रस्ताव रखा. लोजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में 143 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ वह अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी.
इससे पहले चिराग पासवान ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी बात की है क्योंकि भाजपा नेतृत्व गठबंधन को बनाए रखना चाहता है. सूत्रों ने बताया कि लोजपा सीटों के बंटवारे की व्यवस्था में उसे पेशकश की गई सीटों को लेकर भी नाखुश है और वह जद(यू) की चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने की उम्मीद कर रही है.
चिराग ने ‘बिहार फर्स्ट’ दृष्टिपत्र के लिए जन समर्थन मांगा
इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ दृष्टि पत्र के लिए शनिवार को लोगों का ”आशीर्वाद” मांगा. इस दस्तावेज भी ये संकेत मिला था कि पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के तहत राज्य विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सकती है.
चिराग पासवान ने एक बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है और कहा है कि उनकी पार्टी (लोजपा) के सभी उम्मीदवार प्रधानमंत्री के हाथ मजबूत करेंगे. दृष्टि पत्र को मोदी से प्रेरित बताते हुए पासवान ने साफ कर दिया है कि उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी जद(यू) से शिकायत है .
उन्होंने मोदी के संग अपनी एक तस्वीर के साथ ट्विटर पर एक संदेश पोस्ट किया है, ”मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि बिहार को फर्स्ट बनाने के लिए और बिहार की खोई अस्मिता को लौटाने के लिए आप सभी मुझे अपना आशीर्वाद देंगे, ताकि मेरे सभी प्रत्याशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत कर सकें.