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राज्यों में कोविड मृतकों की संख्या छिपाये जाने का संदेह

दो माह के दौरान महाराष्ट्र सहित केरल में कोविड मृतकों के आंकडे बढे

नई दिल्ली/दि.4 – इस समय यद्यपि कोविड संक्रमण की रफ्तार व तीव्रता कुछ कम हुई है. किंतु महाराष्ट्र और केरल में कोविड से होनेवाली मौतों का आंकडा लगातार बढ रहा है. विगत दो माह के दौरान इन दोनों राज्यों में कोविड से होनेवाली मौतों का प्रमाण सबसे अधिक है. जिसे लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है. साथ ही यह संदेह भी जताया है कि, शायद कुछ राज्यों द्वारा उनके यहां कोविड संक्रमण की वजह से होनेवाली मौतों के आंकडे छिपाये जा रहे हो.
बता दें कि, कोविड संक्रमण की वजह से दिसंबर व जनवरी माह के दौरान देश में 26 हजार 303 लोगों की मौत हुई. जिसमें से अकेले केरल राज्य में ही 13 हजार 860 मौतें हुई थी. वहीं अन्य 12 हजार 443 मौतें देश के विभिन्न राज्यों में हुई. इसमें से इन दो माह के दौरान महाराष्ट्र में 1 हजार 575 लोगों ने कोविड संक्रमण के चलते दम तोडा. वहीं दिल्ली में 730, उत्तर प्रदेश में 379 तथा गुजरात में 345 लोगों की इन दो माह के दौरान कोविड संक्रमण की वजह से मौत हुई.
देश में कोविड संक्रमण का असर कम होने के दौरान भी मौतों का आंकडा बढने की वजह से स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है. बता दें कि, दिसंबर माह में 12 हजार 76 तथा जनवरी माह में 14 हजार 227 संक्रमितों की जान गई है. जिसमें से सर्वाधिक मौतें केरल में हुई है.

मुआवजे को लेकर सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण आदेश

यदि किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसके मृत्यु प्रमाणपत्र में कोविड की बीमारी का उल्लेख नहीं है, किंतु अगर इस संदर्भ में पर्याप्त व आवश्यक दस्तावेज पेश किये जाते है, तो मृतक के परिजनोें को 50 हजार रूपये का मुआवजा दिया जाये. ऐसा आदेश सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया था. जिसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि, कोविड की रिपोर्ट पॉजीटीव आने के बाद यदि एक माह के भीतर संबंधित व्यक्ति की मौत हो जाती है, तो उसे कोविड संक्रमण की वजह से हुई मौत ही माना जाये तथा उसके परिजनोें को आवश्यक मुआवजा दिया जाये.

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