नई दिल्ली/दि.३०- हर एक्शन का रिएक्शन होता है. टीम इंडिया जो ऑस्ट्रेलिया में करके आई है. उसका भी असर वहां की क्रिकेट पर दिखने लगा है. भारतीय टीम को 2-1 से 4 टेस्ट मैचों की सीरीज जीत वापस अपने देश लौट आई, लेकिन उधर ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर की नौकरी खतरे में पड़ गई है.
वैसे जो रिपोर्ट आ रही है उसके मुताबिक टीम इंडिया के वहां टेस्ट सीरीज फतह और लैंगर पर लटकी तलवार का कोई लेना देना नहीं है. दरअसल, यहां माजरा कुछ और है, जिसके जड़ में बाहर वाला नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के अंदर के ही लोग यानी कि खिलाड़ी हैं.
ऑस्ट्रेलियाई अखबार सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के हवाले से ये खबर आई है कि टीम के खिलाड़ी अपने कोच जस्टिन लैंगर के कोचिंग के तरीकों से खुश नहीं हैं. वो उनके पेश आने के रवैये से नाखुश हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि वो तीनों फॉर्मेट में कोचिंग करने के लायक नहीं है.
SMH की रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम के ड्रेसिंग रूम के सूत्रों के हवाले से कहा गया कि, जस्टिन लैंगर के कोचिंग मैनजमेंट की डोर अब टूटने के कगार पर हैं. टीम के कई सीनियर प्लेयर उनके रवैये से खुश नहीं हैं.
हालांकि, जब जस्टिन लैंगर से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इस रिपोर्ट को सिरे से नकार दिया. उन्होंने खिलाडिय़ों के साथ रिश्तों में आई खटास की बात से साफ इंकार किया. उन्होंने कहा कि कहानी इसके ठीक उलट है. ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच के तौर पर लैंगर का करार अभी 18 महीने बचा है. 50 साल के कोच ने कहा कि उनपर वर्क लोड का कोई दबाव नहीं है. कोचिंग एक जिम्मेदारी का काम है.