नई दिल्ली./दि.२९ – केंद्र सरकार द्वारा लागू किए किसान बिल को लेकर किसानों द्वारा देश की राजधानी दिल्ली व देशभर में चलाए जा रहे आंदोलन को केंद्र सरकार गंभीरता से ले. ऐसी सलाह पूर्व कृषि मंत्री व सांसद शरद पवार ने केंद्र सरकार को दी. उन्होंने सरकार से कहा कि, किसानों से गंभीरतापूर्वक संवाद साधकर समस्याओं का निराकरण करें. केंद्र सरकार द्वारा बुधवार को किसान संगठनाओं से चर्चा करने की तैयारी दर्शायी है. उस पाश्र्वभूमि पर राजधानी दिल्ली मेंं आए शरद पवार से माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मुलाखात कर चर्चा की.
चर्चा के पश्चात उपस्थित पत्रकारों के समक्ष सांसद शरद पवार ने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि किसान आंदोलन को वे गंभीरता से ले और किसानों की समस्याओं का चर्चा कर निराकरण करें. पत्रकारों के समक्ष सांसद पवार ने यह भी कहा कि अब तक किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में पाच किसानों ने आत्महत्या की यह देश के लिए ठीक नहीं है. किसानो और सरकार के बीच निष्कर्ष निकाले जाने के पश्चात उस आधार पर ही आगे की दिशा तय की जाएगी. इस आंदोलन में राजकीय हस्तक्षेप को खास महत्व नहीं है ऐसा भी उन्होंने पत्रकारों के समक्ष कहा.