‘किसान आंदोलन से कोरोना के तेजी से फैलने का खतरा’
अनिल विज ने केंद्रीय कृषि मंत्री से की फिर बातचीत करने की अपील
नई दिल्ली/दि. ११ – हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वह केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बातचीत फिर शुरू करें, क्योंकि कोरोनावायरस संक्रमण (Coronavirus) का खतरा लगातार मंडरा रहा है. देशभर में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी और हरियाणा में भी खराब होती स्थिति का हवाला देते हुए विज ने कहा कि वह दिल्ली से लगी राज्य की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर चिंतित हैं.
मंत्री ने कहा, “हरियाणा में कोरोनावायरस संक्रमण के हालात को नियंत्रण में लाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन हजारों प्रदर्शनकारी किसानों को लेकर चिंता बनी हुई है, जो हरियाणा की सीमा पर बैठे हैं और हमें उन्हें कोरोना से बचाना है.” विज ने नौ अप्रैल को लिखे अपने पत्र में कहा, “एक चिंता यह भी है कि उनसे यह बीमारी पूरे राज्य में न फैल जाए.” उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया कि आंदोलन कर रहे किसान कोविड संबंधी दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए काफी प्रयास किए हैं और कई दौर की बातचीत भी कीं, लेकिन कुछ कारणों से अब तक समाधान नहीं निकल सका है. उन्होंने कहा, “अनिश्चितता की स्थिति बरकरार है क्योंकि काफी समय से कोई बातचीत नहीं हुई है. मेरा मानना है कि किसी समस्या का समाधान बातचीत से हो सकता है.” विज ने अपने पत्र में लिखा, इसलिए मेरा आपसे अनुरोध है कि बातचीत फिर शुरू की जानी चाहिए, जिससे मुद्दे का समाधान हो और प्रदर्शन खत्म हो.”
देश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और कई राज्यों में हर रोज संक्रमण के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. इसके पीछे की मुख्य कारण किसान आंदोलन (Farmers Protest), चुनाव और लोगों की लापरवाही आदि बताए जा रहे है. मालूम हो कि दिल्ली की सीमाओं पर पिछले साल नवंबर से डेरा डाले प्रदर्शनकारी किसान केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. किसान नेता राकेश टिकैट का ये आरोप है कि सरकार कोरोना का डर दिखाकर उनका आंदोलन खत्म करवाना चाहती है.