देश में फिर बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ
नई दिल्ली/दि. ३० – देश में पिछले 24 घंटों में 56 हज़ार 211 नए मामले सामने आए हैं और 271 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है. इसके साथ ही भारत में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 1 करोड़ 20 लाख 95 हज़ार 855 हो गई है, वहीं 1 लाख 62 हज़ार 114 लोगों की मौत हो चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में 10 ज़िले ऐसे हैं जो कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और सबसे ज्यादा एक्टिव केस भी यहीं हैं. खास बात है कि इन दस जिलों में से 8 महाराष्ट्र में हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ो के मुताबिक देश में अभी 5 लाख 40 हज़ार 720 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज चल रहा है. भारत में सबसे ज्यादा एक्टिव केस जिन दस ज़िलों में हैं, उनमें पुणे, मुम्बई, नागपुर, थाने, नाशिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु अर्बन, नांदेड़, दिल्ली (का एक ज़िला) और अहमदनगर शामिल हैं. इन दस ज़िलों में आठ महाराष्ट्र में, जबकि एक दिल्ली और एक कर्नाटक में हैं.
पुणे में सबसे ज्यादा एक्टिव केस है. पुणे में 59 हज़ार 475, मुंबई में 46 हज़ार 248, नागपुर में 45 हज़ार 322, थाने में 35 हज़ार 264, नाशिक में 26 हज़ार 553, औरंगाबाद में 21 हज़ार 282, बेंगलुरु अर्बन में 16 हज़ार 259, नांदेड़ में 15 हज़ार 171, दिल्ली में 8 हज़ार 32 और अहमदनगर में 7 हज़ार 952 एक्टिव केस हैं.
वहीं देश में 5 लाख 40 हज़ार 720 एक्टिव केस हैं. ये भारत में कुल संक्रमित लोगों का 4.47 फीसदी है. भारत के कुल एक्टिव केस का 80 फीसदी सिर्फ पांच राज्यों में है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में भारत के कुल एक्टिव केस का 80 फीसदी है. सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र में 3 लाख 37 हज़ार 928 एक्टिव केस हैं, जोकि कुल एक्टिव केस का 62.51फीसदी है. इसी तरह केरल में 4.54 फीसदी, पंजाब में 4.46फीसदी, कर्नाटक में 4.41फीसदी और छत्तीसगढ़ में 3.73 फीसदी एक्टिव केस हैं.
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1 करोड़ 20 लाख 95 हज़ार 855 हो गई है. जिसमें से 1 करोड़ 13 लाख 93 हज़ार 21 लोग संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. 1 लाख 62 हज़ार 114 लोगों की मौत हो चुकी है. देश के अभी 5 लाख 40 हज़ार 720 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज चल रहा है. भारत में कोरोना संक्रमण से ठीक होने की दर यानी रिकवरी रेट 94.19 फीसदी है, जबकि मृत्यु दर 1.34 फीसदी है.