नई दिल्ली/दि.२०-नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने साल 2020 का आपराधिक डेटा जारी किया है, जिससे पता चला कि बीते साल राजधानी दिल्ली में अपराधों (Crime in Delhi) की संख्या कम रही. राजधानी दिल्ली में बीते साल हत्या के प्रयास के मामले बढ़े हैं. वहीं 20 लाख से अधिक की आबादी वाले 19 महानगरों में से 2020 में दिल्ली में जालसाजी और धोखाधड़ी (Fraud Cases in Delhi) के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक 20 लाख से अधिक की आबादी वाले 19 महानगरों में से 2020 में दिल्ली में जालसाजी और धोखाधड़ी जैसे अधिकतम मामले दर्ज किए गए है. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में आर्थिक अपराध श्रेणी में सबसे अधिक 4,445 मामले दर्ज किए गए. इसके बाद मुंबई में 3,927 और जयपुर में 3,217 मामले दर्ज किए गए. हालांकि, इस तरह के अपराध का रेट (प्रति 10 लाख जनसंख्या पर मामले) जयपुर में सबसे अधिक 10.4 थी. दिल्ली और मुंबई में क्राइम रेट क्रमशः 2.72 और 2.13 रहा.
44 फीसदी मामलों में दाखिल की गई चार्जशीट
2020 के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली ने उन मामलों का बेहतर औसत दर्ज किया जिनमें आरोपपत्र दायर किए गए थे. जिसका मतलब है दोषियों को पकड़ा गया और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. दिल्ली पुलिस ने कुल 4,445 आर्थिक अपराधों में से 44.5 फीसदी में चार्जशीट दाखिल की गई. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी में 2020 में हत्या के मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
हत्या के प्रयास की वारदातों में हुई बढ़ोत्तरी
साल 2019 में जहां हत्या की 521 वारदातें हुई थीं तो वहीं वर्ष 2020 में हत्या की 472 वारदातें दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में दर्ज हुई हैं. हत्या प्रयास की वारदातों में 2020 में भी बढ़ोत्तरी हुई है. वर्ष 2019 में हत्या प्रयास की जहां 487 घटनाएं हुई थीं तो वहीं वर्ष 2020 में 570 हत्या प्रयास की वारदातें हुई हैं.
रेप के मामलों में आई गिरावट
इसके अलावा साल 2020 में गैर इरादतन हत्या के 58 मामले दर्ज किए गए थे. वहीं दुष्कर्म की घटनाओं में भी वर्ष 2020 में कमी आई है. दिल्ली पुलिस द्वारा 1699 दुष्कर्म की घटनाएं वर्ष 2020 में दर्ज की गई हैं, जबकि वर्ष 2021 में इनकी 2163 रही है.