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भूख से व्याकूल बालक नेपाल से पहुंचा नागपुर

भूख से तडपते हुए काठमांडू रेल्वे स्टेशन पर गया

वहां से इधर-उधर भटकते हुए नागपुर उतरा
नागपुर/दि.09– नेपाल के एक गांव में रहने वाले दम्पत्ती की दुर्घटना में मौत हो जाने के बाद उनका 14 वर्षीय लडका अनाथ हो गया. भूख से व्याकुल होकर वह काठमांडु रेल्वे स्टेशन पर पहुंचा. यहां से इधर-उधर भटकते हुए रेल्वे से यात्रा करते हुए वह चार दिनों पूर्व नागपुर के इतवारी रेल्वे स्टेशन पर पहुंचा. लकडगंज पुलिस ने उसे ताबे में लेकर व सरकारी मदद से उसके निवास व शिक्षा की व्यवस्था की है.

काठमांडू के नजदीक एक खेडेगांव में रहने वाला मुरली (बदला हुआ नाम) के माता-पिता का सायकिल से मजदुरी के लिए जाते समय ट्रक की टक्कर के कारण मृत्यू हो गई. रिश्तेदारों ने मुरली को सहारा नहीं दिया. जिसके कारण वह भूख से व्याकूल हो उठा ऐसी अवस्था में वह काठमांडू रेल्वे स्टेशन पर पहुंचा. जहां से रेल्वे की यात्रा करते हुए वह चार दिनों ें नागपुर के इतवारी रेल्वे स्टेशन पर उतरा. रात के समय प्लेटफार्म पर सोते हुए दिखाई देने पर पुलिस ने उससे पुछताछ की. भूख लगने की बात कहने पर एक पुलिस कर्मचारी ने अपने डिब्बे से भोजन कराया. दूरसे दिन वह रेल्वे स्टेशन के बाजू के मैदान में गया. यहां क्रिकेट खेलने वाले बच्चों को देखने लगा. एक ने उसे खेलने के लिए बुलाया. दिन भर मैदान में खेल रहे बच्चों के साथ दिन गुजारता और रात में रेल्वे के प्लेटफार्म पर सोता, ऐसी उसकी पांच दिन से दिनचर्या शुरू थी.

एक बच्चे को आई दया
मैदान पर खेलने वाले एक बच्चे ने मुरली को आईसक्रीम खिलाई और बात करने पर उसके अनाथ होने की बात पता चलते ही उस बच्चे को मुरली पर दया आ गई. बच्चे ने अपने होटल व्यवसायी पिता को इस बात की जानकारी दी. दोनों ही बाप-बेटे मैदान पर गए. बच्चे ने मुरली को घर चलने के लिए कहा तो उसने भी हां कर दी. उसे दो दिन घर पर रखा. मगर किसी तरह की परेशानी न आए इसके लिए लकडगंज के थानेदार वैभव जाधव को इसकी जानकारी दी.

जुलाई से जाएगा स्कूल
थानेदार वैभव जाधव ने मुरली को नये कपडे दिए व बाल कल्याण समिती से संपर्क किया. कानूनी तरीके से शिक्षा व निवास की व्यवस्था कर दी गई. अब नेपाल से नागपुर तक भटकने वाला मुरली आगामी जुलाई से शाला में जाएगा.

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