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देश की इकॉनमी और मार्केट में नहीं पड़ रहा सुस्ती का असर

एक्सपर्ट्स ने दी जानकारी

* १.८७ लाख करोड़ रु.का रेकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन
नई दिल्ली- दि. २ मार्च-२०२३ में जितना कारोबार हुआ, उस पर टैक्स भुगतान की आखिरी तारीख २० अप्रैल थी. जहां तक आगे जीएसटी कलेक्शन की बात है तो यह एक पॉजिटिव संकेत है कि ग्लोबल इकॉनमी में बढ़ती सुस्ती खबरों के बीच जीएसटी कलेक्शन ने रेकॉर्ड बनया है. इसका साफ मतलब है कि, ग्लोबल इकॉनमी में जो कुछ नेगेटिव बातें हो रही है, उसका ज्यादा असर देश की इकॉनमी और मार्केट में नहीं पड़ रहा है. खरीदारी का दौर जारी है, जिससे डिमांड और उत्पादन बढ़ रहा है. चालू वित्त वर्ष के पहले महीने यानी अप्रैल में १.८७ लाख करोड़ रुपए का रेकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन हुआ है. इसको लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि, यह दिखाता है कि, दुनिया में जिस सुस्ती की बात हो रही है उससे भारत फिलहाल अछूता है. जीएसटी एक्सपर्ट्स निखिल गुप्ता के अनुसार यह साल के अंतिम महीने में बिक्री कारोबार में तेजी का असर है. २० अप्रैल को एक दिन में ६८,२२८ करोड़ रुपए का रेकॉर्ड टैक्स जमा हुआ. ग्लोबल इकॉनमी में जो कुछ नेगेटिव बातें चल रही है, उसका ज्यादा असर देश की इकॉनमी और मार्केट में नहीं पड़ रहा है.
मैन्युफैक्चरिंग का पीएमआई ४ महीने के हाई पर
अप्रैल में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का पीएमआई चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. अप्रैल में एसएंडपी ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग पर्चेसिंग मैनेजर्स इंडेक्स पीएमआई मार्च में ५६.४ अंक पर जा पहुंचा. इससे पता चलता है कि, इस साल अब तक इस सेक्टर की गतिविधियों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पॉलियाना डी लीमा के अनुसार कंपनियों को मूल्य दबाव अपेक्षाकृत रूप से कम रहने, बेहतर अंतरराष्ट्रीय बिक्री और सप्लाई चेन में सुधार देखने को मिला.

जीएसटी कलेक्शन की स्थिति
जनवरी-२२ १४०९८६
जनवरी-२३ १५७५५४
फरवरी-२२ १३३०२५
फरवरी-२३ १४९५५७
मार्च-२२ १४२०९५
मार्च-२३ १६०१२२
अप्रैल-२२ १६७५४०
अप्रैल-२३ १८७०३५

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