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राज्यसभा में उठा गर्मी के प्रकोप का मुद्दा

उपराष्ट्रपती नायडू ने भी जताई चिंता

* सांसद महात्मे ने उष्णता को रोकने राष्ट्रीय नीति बनाने की मांग की
नई दिल्ली/दि.23– राज्यासभा में सोमवार को सदस्यों ने मार्च महिने में ही गर्मी का प्रकोप शुरू होने का मुद्दा उठाया और सरकार से आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया. शून्यकाल में भाजपा के विकास महात्मे ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा कुछ राज्यों में लू को लेकर जारी की गई चेतावनी का उल्लेख कराते हुए कहा कि मार्च महिने में ही लोग प्रचंड गर्मी का प्रकोप झेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि, इससे गरीब और किसान अधिक प्रभावित होते हैं. उन्होंने कहा, सिर्फ चेतावनी जारी करना काफी नहीं है, सरकार को चाहिए कि, यह राज्यों को दिशा-निर्देश जारी करे कि उन्हेें बचाव के सभी क्या-क्या उपाय करने चाहिए. सभापति एम. वेंकैया नायडू ने भी मौसम में अचानक आए बदलाव पर चिंता जताई और कहा कि यह एक गंभीर मामला है. उन्होंने कहा, मार्च में इतनी गर्मी है, तो आगे क्या होगा? उन्होंने राज्यसभा में भाजप के उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी से कहा कि सरकार को इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने चाहिए. राकांपा की वंदना चव्हाण ने भी मौसम के रूख पर चिंता जताई.

* खेती व जीवनशैली पर पड रहा असर : महात्मे
महात्मे ने जिक्र किया कि, मार्च महिने में ही महाराष्ट्र और राजस्थान में लू के संबंध में अलर्ट जारी किया जा चुका है. उन्होंने कहा, अत्याधिक गर्मी का प्रकोप मध्यप्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली समेत पूरे देश में देखा जा रहा है. बदलते मौसम के कारण हमारी खेती, इन्फ्रास्ट्रक्चर और जीवनशैली पर गंभीर असर पड रहा है. भारी गर्मी, बदलते मौसम के कारण करोडों रूपये के फल, अनाज और पशुओं का चारा खराब हो जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस संबंध में उपयुक्त कदम उठाने चाहिए और सभी राज्यों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया भी जारी की जानी चाहिए.

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