* आरबीआइ की रिपोर्ट की जानकारी
नई दिल्ली/दि.30– देश में नकली नोटों की संख्या काफी संख्या में बढ़ी है. रिजर्व बैंक (आरबीआय) की रिपोर्ट के अनुसार बनावटी नोटों की संख्या आर्थिक वर्ष 2021-22 में बढ़ी है. 101.9 प्रतिशत से अधिक 500 रुपए के नकली नोट एवं 54.16 प्रतिशत से अधिक 2000 रुपए नकली नोटों की खोजबीन की गई.
गत वर्षभर में बाजार में नकली नोटों का प्रचलन बढ़ने के साथ ही सर्वाधिक नकली नोट 500 रुपए के होने की जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा घोषित की गई रिपोर्ट द्वारा सामने आई है.
विशेष बात यह है कि जिन नकली नोटों को पकड़ा गया है या रिजर्व अथवा अन्य बैंकों के ध्यान में आ रही है, वे नोट नई डिजाइन में है.
नकली नोटों में सर्वाधिक 500 रुपए की(नई डिजाइन) नोटों का है.यह प्रमाण करीबन 101 प्रतिशत है. वहीं इसके बाद दो हजार रुपए के नोटों का प्रमाण 54.6 प्रतिशत है. एक ओर 10, 20, 200, 500 एवं दो हजार की नकली नोटें बढ़ी है, फिर भी 50 रुपए एवं 100 रुपए के नकली नोटों का प्रमाण आर्थिक वर्ष के आखिर में क्रमशः 28.7 प्रतिशत एवं 16.7 प्रतिशत कम बताई जा रही है.
भारतीय रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट से विरोधी पार्टियों को नया दारु गोला मिला है. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार के नोटबंदी के 2016 के निर्णय पर विरोधियों ने जोरदार हल्लाबोल किया.