आज के इस दौर में पत्रकारों की भूमिका महत्वपूर्ण
विश्व प्रेस स्तंत्रता दिन पर उपराष्ट्रपति नायडू ने दी बधाई
नई दिल्ली/दि.4 – उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने मीडिया समुदाय को विश्व प्रेस स्वतत्रंता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्हें पत्रकारिता के मूलभूत सिद्धांतों के प्रति कटिबद्ध रहना चाहिए. श्री नायडू सोमावर को यहां जारी एक संदेश में कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर में पत्रकार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है और भरोसेमंद व पुष्ट तथ्यों केा सामने लाते है. वे पूरे समाज को गलत सूचनाओं से भी बचाते है उन्होंने कहा ‘प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर मीडिया से जुडे सभी भाई बहनों को बधाई. सवतंत्र और निष्पक्ष मीडीया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है’ महामारी के इस दौर में पत्रकार भी आग्रमी पंक्ति के योद्धा रहे है और उन्होंने प्रशंसनीय कार्य किया है. देश के पत्रकारों ने जोखिम उठाकर लोगों तक लगातार प्रामणिक और सही जानकारी पहुंचाई है तथा लोगों को कोविड-19 सम्यक व्यवहार अपनाने के लिए शिक्षित किया है. इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने पत्रकारों से पत्रकारिता के मूलभूत सिद्धांतो सत्यता, तथ्यपरकता, स्टीकता, निष्पक्षता और स्वतंत्रता के प्रति कटिबद्ध रहने का आहवान किया.
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प्रेस की आजादी को हमने संजो कर रखा है : जावेडेकर
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि भारतीय संविधान ने प्रेस की आजादी को मौलिक अधिकारों की श्रेणी में रखा है जिसे हमने संजोकर रखा है. जावडेकर ने अपने ट्वीट संदेश में कहा सिर्फ आपातकाल के दौरान कांगे्रस के राज में प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाने की कोशिश की गई थी. प्रेस की आजादी हमेशा जीवित रहे गौरतलब है कि वर्ष 1991 में यूनेस्को ओर संयुक्त राष्ट्र के जन सूचना विभाग ने मिलकर अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस मनाने का फैसला किया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 3 मई को इस दिवस की घोषणा की थी. वर्ष 1993 में यूनेस्को महासम्मेलन के 26 वें सत्र में इससे संबंधित प्रस्ताव को स्वीकार किया गया था और तब से लेकर अब तक हर वर्ष 3 मई को यह दिवस मनाया जाता है.
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पत्रकारों को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दे दिल्ली सरकार : डॉ. नरेश कुमार
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. नरेश कुमार ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर दिल्ली के पत्रकारों के हित मे आवाज उठाते हुए कहा कि ये पत्रकार रात-दिन जान हथेली पर रखकर काम कर रहे है और उन्हें कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दिया जाना चाहिए