कोलकाता/दि.२८ – आईएसआईएस(ISIS) और अलकायदा से जुड़े होने के शक में एनआईए ने जिन 10 लोगों को गिरफ्तार किया था, उनके मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. एनआईए ने उनमें से 7 को बंगाल से गिरफ्तार किया है, जिसमें से तीन बांग्लादेशी हैं. अब पता चला है कि ये भारत में अलग तरह का मॉड्यूल बना रहे थे और आतंकियों को भारत के ही दो राज्यों के जंगलों में ट्रेनिंग दी जानी थी.
एनआईए ने संदिग्धों को जब पकड़ा था, तब इनके बारे में कम ही सूचना थी. लेकिन अब ये साफ हो गया है कि ये लोग न सिर्फ आईएसआईएस से जुड़े थे, बल्कि अलकायदा से भी इनके तार जुड़े थे. ये गिरफ्तारियां पिछले साल से ही चल रही हैं, जिसमें से बीरभूम जिले का रबीउल इस्लाम सबसे ज्यादा कट्टर है. वहीं, बांग्लादेश के निवासी अल मामून, अल अमीन और मोहसिन भी लंबे समय से आतंकवादी विचारधारा से जुड़े हुए हैं. इन्हें कोलकाता एसटीएफ ने बीरभूम के उलूबेरिया से गिरफ्तार किया गया था.
एनआईए की पूछताछ में ये बात साफ हुई है कि बांग्लादेशी आतंकी मोहसिन बांग्लादेश में आईएस के प्रमुख रहे नसरुल्लाह का काफी करीबी था. लेकिन नसरुल्लाह के पकड़े जाने के बाद वो बाकियों के साथ भागकर भारत आ गया था और उलूबेरिया में रहने लगे.
आईएसआईएस से जुड़े रबीउल ने 37 लोगों को अपने साथ जोड़ा था. उसका इरादा उत्तर प्रदेश या केरल के किसी जंगल में इन्हें ट्रेनिंग देने की थी, लेकिन उससे पहले गिरफ्तारी होने से सारी रणनीति धरी की धरी रह गई थी.
एनआईए ने बताया कि रबीउल की गिरफ्तारी के बाद मोर्शेद ने पूरे सेल को सक्रिय करने की कोशिश की, लेकिन वे पकड़ में आ गया. इस आतंकी मॉड्यूल से जुड़े 10 लोग अब तक पकड़े जा चुके हैं, तो 27 की तलाश तेज हो गई है.