नेक्स्ट-1 में थ्योरी और नेक्स्ट-2 में होगा प्रेक्टिकल
एमबीबीएस के बाद होगा ‘नेक्स्ट’

कोटा/दि. 16- मेडिकल कमीशन (एनएमसी) अगले साल से देश में यूजी मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए नेक्स्ट (नेशनल एक्जिट टेस्ट) लागू करेगा. इसका प्रारूप तय कर लिया गया. तैयारी परखने के लिए जुलाई में देशभर में मॉक टेस्ट कराया जाएगा. इसका नोटिफिकेशन जून में जारी हो जाएगा. यह मॉक टेस्ट दिल्ली एम्स कराएगा.
दिल्ली में 14 जून को हुई एनएमसी की 10वीं जनरल बॉडी मीटिंग में इस पर निर्णय लिया गया है. बैठक में देशभर में एनएमसी के 33 सदस्यों ने भाग लिया. नेक्स्ट लागू होने के बाद किसी मेडिकोज का पूरा करियर इसी एग्जाम के अंको पर निर्भर होगा. पीजी सीट से लेकर नौकरी तक इसी की मेरिट पर तय होगी. नेक्स्ट दो चरण में होगा. नेवस्ट-1 थ्योरी होगा, जो थर्ड एमबीबीएस के सेकंड पार्ट में हुआ करेगा. नेक्स्ट-2 प्रेक्टिकल होगा, जो इंटरनर्शिप के बाद होगा.
नीट पीजी एग्जाम की व्यवस्था
खत्म: नेक्स्ट लागू होने के साथ ही देश में नीट पीजी की व्यवस्था समाप्त हो जायगी. नेक्स्ट के मेरिट अंकों के आधार पर ही स्टूडेंटस को पीजी सीट मिलेगी. पीजी का अलग से कोई एग्जाम नहीं होगा. इसके परसेंटेज हर जगह काम आयेंगे. एग्जाम पास करने के बाद ही स्टूडेंट का आरएमसी या एनएमसी में रजिस्ट्रेशन होगा. इसी तरह एफएमजी वाले स्टूडेंट्स भी इसी के बाद प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन करा पाएंगे. पूरे इंडिया में नेवस्ट के परसेंटेज के आधार पर ही सरकारी भर्तियों में नौकरियां दी जा सकेगी. स्कॉलरशिप और फैलोशिप में भी इसी आधार पर चयन होगा
* कब होंगे एग्जाम
नेवस्ट1 : हर साल मई और नवंबर
नेवस्ट 2 : हर साल जून और दिसंबर में