देश में 21 फर्जी विद्यापीठ, दिल्ली में सर्वाधिक 8, नागपुर में एक
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी लोकसभा में जानकारी
दिल्ली /दि.17– वर्तमान में देश में 21 फर्जी विद्यापीठ कार्यरत है. जिसमें दिल्ली में सर्वाधिक 8 और नागपुर में एक है, ऐसी जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को लोकसभा में दी.
लोकसभा में शिवसेना सांसद धैर्यशील माने द्वारा किए गए प्रश्न का उत्तर देते हुए प्रधान ने कहा कि, केंद्र सरकार ने राज्यों को पत्र लिखकर फर्जी विद्यापीठ पर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए है. उत्तर प्रदेश में 4 तथा आंध्रप्रदेश केरल और पश्चिम बंगाल में 2 फर्जी विद्यापीठ कार्यरत है. कर्नाटक, महाराष्ट्र, पांडेचरी राज्य में एक फर्जी विद्यापीठ है. नागपुर का राजा अरेबिक विद्यापीठ नाम भी फर्जी विद्यापीठ की सूची में रहने की जानकारी शिक्षा मंत्री प्रधान ने दी.
* फर्जी विद्यापीठ की सूची सोशल मीडिया पर प्रसारित करें
देश में 21 फर्जी विद्यापीठ है. जिसकी सूची सभी सांसद सोशल मीडिया पर प्रसारित करें. जिसकी वजह से ऐसे फर्जी विद्यापीठ की ओर से विद्यार्थियों के साथ होनेवाली धोखाधडी को रोकने में मदद होगी, ऐसा केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुकांत मजुमदार ने कहा. फर्जी विद्यापीठ बंद करने की कार्रवाई किए जाने की सूचना सभी राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिव को दी गई है.
* समाधान पोर्टल पर 85 हजार मामले प्रलंबित
उत्तर-मध्य मुंबई की सांसद वर्षा गायकवाड ने एमएसएमई के 85 हजार मामले समाधान पोर्टल पर प्रलंबित है और 26876 करोड रुपए का पेमेंट भी रुका है, ऐसा मुद्दा प्रश्नकाल में उपस्थित किया.
* मुंबई उपनगर में एम्स की मांग
उत्तर-पश्चिम मुंबई के शिवसेना सांसद रवींद्र वायकर ने मुंबई उपनगर में एम्स अस्पताल शुरु किए जाने की मांग लोकसभा में की. उन्होंने का कि, मुंबई में अनेक बडे अस्पताल है. किंतु गरीबों के लिए उन अस्पतालों का खर्च वहन करना असंभव है. कैंसर के मरीजों की संख्या बढ रही है. ऐसे में मुंबई उपनगर में एम्स अस्पताल शुरु किए जाने का सरकार गंभीरता से विचार करें, ऐसा भी उन्होंने कहा.