नई दिल्ली/दि.20 – रेडिमेड कपड़े व जूते-चप्पलों पर जीएसटी की दर 5 प्रतिशत से 12 प्रतिशत करने बाबत की अधिसूचना केंद्रीय मंत्रालय ने जारी की है. इस कारण नये वर्ष में तैयार कपड़े व जूते-चप्पलों के दाम में बढ़ोत्तरी होने वाली है.
जीएसटी कौन्सिल की विगत बैठक में ही 1 हजार रुपए से अधिक मूल्य के रेडिमेड कपड़े व चप्पल-जूतों पर का जीएसटी का दर बढ़ाने का निर्णय लिया गया था. फिलहाल रेडिमेड कपड़ों पर व जूते-चप्पलों पर 5 प्रतिशत जीएसटी वसुला जाता है. इसमें आगामी 1 जनवरी से वृद्धि कर वह 12 प्रतिशत किया जाएगा. फिलहार रेडिमेड कपड़े व सूत एवं सुती कपड़ों पर अलग-अलग कीमत से जीएसटी लगाया जा रहा है. इस कारण सुसूत्रता लाने का निर्णय जीएसटी परिषद की बैठक में लिया गया. मात्र 5 प्रतिशत करने बाबत की अधिसूचना सरकार की ओर से निकाली गई है. इस कारण आगामी वर्ष में सभी कीमत से कपड़े और महंगे होने वाले हैं. बावजूद इसके रग,कांबल ऐसे उत्पादन की कीमतों में भी वृद्धि होगी.
इसके साथ ही एक हजार रुपए से लेकर अधिक कीमत के जूते-चप्पलों पर का जीएसटी 5 प्रतिशत से 12 प्रतिशत बढ़ाने की अधिसूचना सरकार ने जारी की है. इस कारण एक हजार रुपए से अधिक कीमत वाले जूते-चप्पल महंगे होने वाले हैं.
- फिलहाल वस्त्रोद्योग बड़े संकट का सामना कर रहा है. तैयार कपड़ों के लिए कच्चे माल की कीमत में पहले ही वृद्धि होने से उन कपड़ों की कीमत 15 से 20 प्रतिशत बढ़ने ही वाली थी. उस पर अब जीएसटी में भी वृद्धि होने से यह कीमतें बढ़ने का भय है.
– राजेश मसंद, अध्यक्ष, सीएमएआय