नई दिल्ली/दि. 12 – इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सोमवार को देश भर की राज्य सरकारों से महामारी के प्रसार को रोकने वाले प्रतिबंधों को ज्यादा ढ़ील नहीं देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हमें महामारी की तीसरी लहर को नहीं भूलना चाहिए. आईएमए ने एक रिलीज में कहा कि तीसरी लहर से पहले देश की ज्यादा से ज्यादा आबादी तक वैक्सीनेशन पहुंचना ही इस लहर के प्रभाव को कम कर सकता है.
आईएमए ने कहा “प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के सक्रिय नेतृत्व और लेटेस्ट मेडिकल टेक्नोलॉजी और देश के डॉक्टरों की सेवाओं की मदद से भारत सचमुच COVID महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर से बाहर निकल रहा है. हालांकि अभी हमें तीसरी लहर के लिए खासा चौकन्ना रहने की जरूरत है. वहीं रिलीज में कहा गया कि कोरोना वायरस के साथ पिछले डेढ़ साल से चल रही लड़ाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस बीमारी को जड़ से मिटाने का एक ही तरीका है वो है ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन.
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सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का करें पालन
वहीं IMA ने चिंता जाहिर करते हुए ये भी कहा कि अभी कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम ही हुआ है कि देश के कई हिस्सों में “सरकार और जनता दोनों ही आत्मसंतुष्ट हो गई है और COVID प्रोटोकॉल का पालन किए बिना सामूहिक समारोहों में भाग लेना शुरू कर दिया गया है.” हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि पर्यटक, तीर्थ यात्रा, धार्मिक उत्साह सभी की आवश्यकता है, लेकिन यह भी जोड़ा कि ये गतिविधियाँ कुछ और महीनों तक प्रतीक्षा कर सकती हैं. फिलहाल हमें जरूरत है कि हम वैक्सीनेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें.
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राज्यों में वैक्सीन की 38.86 करोड़ से ज्यादा डोज उपलब्ध
वैक्सीनेशन की बात करें तो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 38.86 करोड़ से ज्यादा डोज उपलब्ध कराई गई है. राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास अभी वैक्सीन की 1.54 करोड़ से ज़्यादा डोज उपलब्ध है. इसके अलावा भारत में पिछले 24 घंटों में 37,154 नए मामले सामने आए, 4,50,899 पर एक्टिव केस, रिकवरी रेट बढ़कर 97.22 फीसदी हुआ हुआ.