इस बार नवरात्र में जमकर हुई कार व एसयूवी वाहनों की बिक्री
2019 की तुलना में 59 फीसद आया उछाल
* नवरात्र व दशहरा पर्व पर ऑटोमोबाईल सेक्टर में रही अच्छी तेजी
नई दिल्ली/दि.12- कोविड संक्रमण और लॉकडाउन काल के दौरान ऑटोमोबाईल सेक्टर में भयानक मंदी आ गई थी. क्योंकि उस समय आम जन-जीवन पूरी तरह से ठप्प हो जाने के चलते वाहनोें की बिक्री भी पूरी तरह से रूक गई थी. इसके बाद वह दौर बीतने पर जैसे ही बाजार अपनी पुरानी पटरी पर लौटने लगा, तो सेमी कंडक्टर की किल्लत के चलते वाहनों का उत्पादन प्रभावित हुआ. जिसका सीधा असर वाहनों की आपूर्ति पर पडा. ऐसे में मांग रहने के बावजूद भी बाजार में वाहनों की किल्लत रही. परंतु अब सेमी कंडक्टर की समस्या खत्म हो जाने के चलते वाहनों का उत्पादन और आपूर्ति धडल्ले से हो रहे है. साथ ही बाजार में वाहनों की मांग भी है. ऐसे में नवरात्रौत्सव तथा दशहरा पर्व के समय वाहनों की जमकर बिक्री हुई. जिससे ऑटोमोबाईल सेक्टर काफी हदतक संभलता नजर आ रहा है.
बाजार सूत्रों के मुताबिक नवरात्र व दशहरा के 10 दिनों के दौरान समूचे देशभर में हर कैटेगिरी के तहत करीब 5.40 लाख वाहनों की बिक्री हुई. वर्ष 2019 में इन्हीं दस दिनों के दौरान 4.7 लाख तथा विगत वर्ष 2021 में 3.4 लाख वाहनों की बिक्री हुई थी. ऐसे में कहा जा सकता है कि, इस बार वर्ष 2019 की तुलना में 16 फीसद तथा वर्ष 2021 की तुलना में 57 फीसद अधिक वाहनों की बिक्री हुई है. इसके साथ ही इस बार कार व एसयूवी कैटेगिरी में 1.1 लाख वाहनों की बिक्री हुई. वहीं 2019 में इसी दौरान 69,657 तथा विगत वर्ष 64,850 कार व एसयूवी वाहनों की बिक्री हुई थी. ऐसे में वर्ष 2019 की तुलना में 59 फीसद तथा गत वर्ष की तुलना में 71 फीसद अधिक वाहन जारी वर्ष की नवरात्री व दशहरा में बिके है.
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाईल डीलर एसो. के अध्यक्ष राज सिंघानिया के मुताबिक वाहन बिक्री के क्षेत्र में यहीं रफ्तार दीपावली तक बनी रहने की पूरी उम्मीद है और इस समय टाटा मोटर्स, महिंद्रा एन्ड महिंद्रा तथा मारूती मोटर्स जैसी प्रमुख कंपनियों के वाहनों की अच्छी-खासी मांग है. इसमें भी महिंद्रा के स्कार्पिओ-एन व एसयूवी-700, टाटा के नेक्सॉन मारूती के ग्रैण्ड विटारा तथा किया के कारेन्स जैसे मॉडल्स् की अच्छी-खासी मांग चल रही है. इसके साथ ही मर्सिडीज बेन्स जैसे लक्जरी वाहन की भी शानदार मांग है. वाहन बिक्री को लेकर सभी रैंक और कैटेगिरी में शानदार उछाल चल रहा है तथा कार, एसयूवी तथा दुपहिया वाहनों के साथ ही व्यवसायिक वाहन, तिपहिया वाहन तथा ट्रैक्टर की भी मांग में उछाल देखा जा रहा है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, कोविड संक्रमण की महामारी के खतरे और लॉकडाउन के समय अधिकांश लोगबाग यात्रा हेतु अपने निजी वाहनों की खरीददारी में रूचि दिखाने लगे, ताकि भीडभाड से भरे सार्वजनिक परिवहन के साधनों का प्रयोग न करना पडे. ऐसे में विगत एक-डेढ वर्ष से कार जैसे वाहनों को खरीदना लोगबाग पसंद कर रहे है, ताकि वे यात्रा के दौरान अन्य लोगों के संपर्क और किसी भी बीमारी के संक्रमण की चपेट में आने से बचे रह सके.
मारूती सुझुकी के मार्केटिंग व सेल्स डाईरेक्टर शशांक श्रीवास्तव के मुताबिक उन्हें जारी आर्थिक वर्ष की समाप्ती तक ऑटोमोबाईल इंडस्ट्री में नया रिकॉर्ड बनने की पूरी उम्मीद है. ऐसे में उनकी कंपनी द्वारा नये मॉडल को बाजार में उतारने पर ध्यान दिया जा रहा है, ताकि निजी कार को लेकर उपभोक्ताओं की जरूरत व अपेक्षाओं को पूरा किया जा सके.
इसके अलावा दुपहिया वाहनों के क्षेत्र में भी अच्छी-खासी तेजी है और नवरात्र के दौरान 3.69 लाख दुपहिया वाहन बिके है. वर्ष 2019 में इसी दौरान 3.55 लाख तथा वर्ष 2021 मेें 2.42 लाख दुपहिया वाहन बिके थे. ऐसे में इस बार वर्ष 2019 की तुलना में चार फीसद तथा 2021 की तुलना में 52 फीसद का इजाफा रहा.
* नवरात्री में हुई वाहन बिक्री के तुलनात्मक आंकडे
वाहन वर्ष 2019 वर्ष 2022 उछाल
दुपहिया 3,55,851 3,69,020 3.7%
तिपहिया 15,082 19,809 31.3%
वाणिज्यिक 16,365 22,436 37.1%
निजी वाहन 69,657 1,10,521 58.7%
ट्रैक्टर 9,177 17,440 90%