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इस बार शानदार रहेगा शादी-ब्याह का सीजन

35 लाख से अधिक विवाह समारोह होने का अनुमान

* 4 लाख करोड से अधिक के होंगे आर्थिक व्यवहार
नई दिल्ली/दि.20– पर्व एवं त्यौहार के बाद अब देश भर में शादी-ब्याह का सीजन शुरु होगा. इस बार वैवाहिक सीजन के दौरान देश भर में करीब 35 लाख विवाह समारोह आयोजित होने का अनुमान है. जिसके चलते व्यापार व्यवसाय में अच्छी खासी तेजी रहने की उम्मीद जतायी जा रही है. साथ ही अभी से ही वैवाहिक सीजन के लिए तैयारियां व गतिविधियां तेज देखी जा रही है. एक अनुमान के मुताबिक इस वर्ष विवाह समारोह से संबंधित खरीददारी, सजावट, भोजन व्यवस्था तथा विविध प्रकार की सेवाओं के माध्यम से करीब 4.25 लाख करोड रुपयों का आर्थिक लेन-देन होने का अनुमान है.

विशेष उल्लेखनीय है कि, पर्व एवं त्यौहारों सहित विवाह समारोह के लिए होने वाले खर्च के चलते जारी आर्थिक वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर बढकर 6.5 से 6.8 फीसद के आसपास रह सकती है. बता दें कि, इस वर्ष 23 नवंबर के बाद शादी-ब्याह का सीजन शुरु होने वाला है. साधारत: जनवरी माह के पहले सप्ताह तक चलने वाले इस सीजन के दौरान 35 लाख से अधिक विवाह समारोह आयोजित होंगे. जिसके लिए देश भर में विभिन्न क्षेत्र के व्यापारी भी तैयार हो गए है. देश के 20 प्रमुख शहरों में इसे लेकर एक सर्वेक्षण कराया गया है. जिसके मुताबिक करीब 2 लाख विवाह समारोह दिल्ली व मुंबई जैसे बडे महानगरों में ही होने का अनुमान है. जिनके जरिए करीब 2 लाख करोड रुपयों का आर्थिक लेन-देन होगा. इसके अलावा देश के अन्य छोटे-बडे व मध्यम शहरों सहित गांव देहातों में भी शादी-ब्याह के चलते ग्राहकी में तेजी रहने की पूरी उम्मीद बनी हुई है.

* ऐसी होती है विवाह के लिए खरीददारी
घर की दुरुस्ती, रंगरोगन, आभूषणों की खरीददारी, विवाह हेतु आवश्यक कपडे, निमंत्रण पत्रिका, सुखा मेवा, मिठाई, फल, पूजा साहित्य, किराणा, साजसज्जा के सामान, भेंट वस्तु व वाहन आदि को लेकर विवाह समारोह के समय जमकर खर्च किया जाता है.

* इन सेवाओं पर होता है खर्च
विवाह के समय कुछ सेवाएं बेहद महत्वपूर्ण होती है. जिनमें सभागृह, लॉन, मंडप, खानपान सेवा, स्वागत, बैंड बाजा, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, घोडे, बग्गी व रोशनाई आदि प्रमुख सेवाओं का समावेश रहता है और इन सभी सेवाओं पर अच्छा खासा पैसा खर्च होता है.

* इस बार वैवाहिक सीजन के दौरान काफी बडे पैमाने पर आर्थिक व्यवहार होने की उम्मीद है. जिसके लिए व्यापारियों द्बारा भी जोरदार तैयारी की जा रही है. विवाह समारोह पर होने वाले कुल खर्च में से करीब 20 प्रतिशत खर्च दुल्हा-दुल्हन पर होता है. वहीं 80 फीसद खर्च विविध सेवाओं के लिए किया जाता है. जिसके चलते वैवाहिक सीजन की सभी कारोबारियों व सेवा प्रदाताओं को प्रतीक्षा रहती है.
– बीसी भरतिया,
राष्ट्रीय अध्यक्ष,
अखिल भारतीय व्यापारी महासंघ

– 32 लाख
विवाह गत वर्ष के सीजन में हुए थे.

– 35 लाख
विवाह जारी सीजन के दौरान होने की उम्मीद

– 3.75 लाख करोड
रुपयों की गत वर्ष हुई थी ग्राहकी

– 4 लाख करोड
इस बार के सीजन में ग्राहकी की उम्मीद

* एक विवाह मेें होता है कितना खर्च?
– करीब 6 लाख विवाह समारोह ऐसे होते है, जिनमें प्रति विवाह 3 लाख रुपए के आसपास रकम खर्च होती है.
– प्रति विवाह 6 लाख रुपए के आसपास खर्च होने वाले लगभग 10 लाख विवाह समारोह होते है.
– 12 लाख विवाह समारोह ऐसे भी होते है, जिनमें प्रति विवाह 10 लाख रुपए के आसपास खर्च किया जाता है.
– प्रति विवाह 25 लाख रुपए के आसपास खर्च होने वाले 6 लाख विवाह समारोह होते है.
– 50 हजार विवाह समारोह ऐसे होते है, जिनमें प्रति विवाह 50 लाख रुपए के आसपास खर्च होता है.
– साथ ही 50 हजार विवाह समारोह ऐसे भी होते है, जिनमें प्रति विवाह 1 करोड रुपए व इससे भी अधिक पैसा खर्च किया जाता है.

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