तीन तरह के गेमिंग एप पर देश में लगेगा प्रतिबंध
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने किया ऐलान

नई दिल्ली /दि.12- इस समय ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए धर्मांतरण कराने का मामला जमकर गरमाया हुआ है. जिसमें ‘फोर नाईट’ व ‘वैलोरेंट’ जैसे कुछ लोगप्रिय ऑनलाइन गेम के जरिए यूजर्स को अपना धर्म बदलने पर मजबूर किया गया. इस मामले के प्रमुख आरोपी शहानवाज मकसुद खान, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही गेमिंग एप की वजह से अभिभावकों व अन्य लोगों की दिक्कतें काफी बढ गई है. ऐसे में सरकार द्बारा गेमिंग एप को लेकर जल्द ही बडा कदम उठाया जाने वाला है.
इस संदर्भ में केंद्रीय राजीव चंद्रशेखर को सायबर सुरक्षा व ऑनलाइन गेमिंग के जरिए होने वाली धर्मांतरण की घटना पर मीडिया द्बारा सवाल पूछा गया था. जिसका जवाब देतेह ुए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि, सरकार ने पहली बार ऑनलाइन गेमिंग की फेमवर्क को आवश्यक सलाह मशवीरे के बाद अधिसूचित किया है. जिसके तहत भारत में 3 तरह के गेम्स को अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी. इसमें बेटिंग गेम, यूजर को हानि पहुंचाने वाले गेम तथा व्यसनाधीन यानि एडिक्टीव बनाने वाले गेम का समावेश है. यदि कोई भी ेगेम इन तीनों में भी किसी भी प्रकार में पाया जाता है, तो उसे भारत में चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
* क्या है ऑनलाइन धर्मांतरण का मामला?
जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद निवासी शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बढ्दो गेमिंग एप पर चैटींग के जरिए युवाओं को अपना धर्म बदलने के लिए प्रवृत्त किया करता था और गेम जीतने की टेक्नीक बताने के नाम पर वह प्लेयर के साथ इस्लाम के बारे में बात किया करता था. साथ ही गेम जीतने के लिए कुरान की आयतें पढने के लिए कहता था. उसके जाल में फंसकर महाराष्ट्र के मुंब्रा में रहने वाले 400 से अधिक लोगों ने अपना धर्म बदल लिया है, ऐसा कहा जा रहा है. वहीं इस मामले में पुलिस ने शाहनवाज को हिरासत मेें लिया है.
* सरकार ने 2 साल में 150 वेबसाइट व यूट्यूब चैनल पर लगाई बंदी
उल्लेखनीय है कि, मई 2021 से केंद्र सरकार एवं सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने भारत विरोधी जानकारी प्रसारित करने वाले 150 से अधिक वेबसाइट्स व यूट्यूब आधारित न्यूज चैनल पर प्रतिबंध लगा दिया है. इन वेबसाइटों व चैनलों का प्रयोग भारत के खिलाफ भ्रामक जानकारियां फैलाने के साथ ही भारत की प्रतिमा को दुनिया के सामने खराब करने का काम किया जाता था.
प्रतिबंद लगाए गए यूट्यूब न्यूज चैनलों में न्यूज विथ फैक्टस, इंफर्मेशन हब, फ्लैश नाउथ, मेरा पाकिस्तान व अपनी दुनिया टीवी जैसे न्यूज चैनलों का समावेश था. इन सभी यूट्यूब चैनलों के सबस्क्राइबर अधिक नहीं थे. इन चैनलों के 1 करोड 21 लाख 23 हजार 500 से अधिक सदस्य थे और इन चैनलों के कंटेंट को 14 लाख 26 हजार 900 लोगों ने ही देखा था. जिसका सीधा मतलब है कि, इन चैनलों ने फर्जी तरीके से अपने सदस्य बना रखे थे. किसी तरह सरकार ने देश विरोधी और भ्रामक जानकारी फैलाने वाली कुछ वेबसाइटों पर भी प्रतिबंध लगाया था. जिसमें से कुछ वेबसाइटों को पाकिस्तान से चलाया जा रहा था.