कोरोना की मुफ्त वैक्सीन पाने के लिए पता कर लें, आपके राज्य में चुनाव कब है
राहुल गांधी ने भाजपा पर साधा निशाना
नई दिल्ली/दि.२२– बिहार चुनाव के लिए जारी विजन डॉक्यूमेंट (Vision document) में बीजेपी ने फ्री कोरोना वैक्सीन का वादा किया तो तमाम राजनीतिक दलों को उससे आपत्ति होने लगी. अब ये विवाद चुनाव आयोग तक पहुंच चुका है. कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने इस वादे के खिलाफ आवाज उठाई है और चुनाव आयोग से वित्त मंत्री के खिलाफ एक्शन लेने की गुजारिश की है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में इस बयान का मजाक उड़ाया और इसे झूठा चुनावी वादा बताया. पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वह चुनावी वादे पर ध्यान दें और वित्त मंत्री सीतारमण के खिलाफ कार्रवाई करें.
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने मोदी सरकार पर बिहार को मुफ्त कोविड वैक्सीन देने के वादे पर हमला बोला है. वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है. ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख देखें.
बीजेपी के इस वादे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भी तीखी टिप्पणी की. थरूर ने सुभाष चंद्र बोस के प्रसिद्ध नारे की तर्ज पर अपने ट्वीट में लिखा, तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हें वैक्सीन…थरूर ने आगे लिखा, कैसी डर पैदा करने वाली कुटिलता है! क्या इलेक्शन कमीशन इनको और किनारे पर अटकी इनकी बेशर्म सरकार को टोकेगा.
इसके अलावा बिहार में कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने पटना में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए मुफ्त वैक्सीन के वादे को बिहार की जनता का अपमान बताया. सुरजेवाला ने कहा, मोदी जी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में हाल ही में भारत के लोगों से कहा था कि टीका लगने में एक और साल लगेगा, लेकिन बिहार में उनके नेता हमें बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं, हर कोई जानता है कि बिहार में महामारी के दौरान क्या हुआ था, जिसमें हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
सुरजेवाला ने आगे कहा, क्या नीतीश बाबू या छोटे मोदी (सुशील मोदी) कभी परेशान हुए? क्या ये केंद्रीय मंत्री जो बिहार आ रहे हैं, उन्होंने कभी राज्य की ओर देखा, जबकि मोदी जी और नीतीश बाबू दोनों ने अतीत में एक दूसरे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है, लेकिन हम उनसे उम्मीद करते हैं कि वे इस महामारी के दौरान गरीब लोगों का मजाक न उड़ाएं, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.