नई दिल्ली /दि.४ – भारतीय अर्थव्यवस्था ने अक्तूबर माह में बड़ी उड़ान भरने का काम किया है. कोविड-१९ महामारी के जाल से बाहर निकलकर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का वृध्दि दर बढ़कर १३ वर्षो के ऊपर बढ़ गया है.
आयएचएस मार्केट इंडिया की ओर से जारी किए गये पर्चेसिंग मैनेंजस इंडेक्स (PMI) अक्तूबर में बढ़कर ५८.९ अंक पर पहुंच गया है. वहीं इससे पहले ६ महिने में यह ५६.८ अंक पर था. पश्चात अंकों के ऊपर पीएमआय तेजी, जबकि उससे नीचे पीएमआय गिरावट दर्शाती है. पीएमआय में वृध्दि से चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही की कुल आर्थिक वृध्दि को लेकर बेहतर संकेत मिल रहे है. पीएमआय रिपोर्ट के अनुसार २००७ के बाद यह बेहतर उत्पादन वृध्दि साबित हुई है. इसके अलावा बिक्री में २००८ के बाद इजाफा हुआ है. सितंबर में मोबाइल फोन, घरेलू उपकरण व कार की डिमांड बढऩे से अर्थव्यवस्था को गति मिली थी. अक्तूबर में इसमें और ग्रोथ हुई है. आयएसएस मार्केट की इकनॉमिक सहयोगी संचालिका पॉलियाना डे लिमा ने बताया कि कच्चे माल खरीदी का ग्रोथ बढऩे से बिक्री की वृध्दि बरकरार रहने का विश्वास कंपनियों में निर्माण हुआ है. वहीं कोविड-१९ में ढील देने के बाद नई डिमांड का स्तर बढ़ गया है.