नई दिल्ली/दि.3-आधार के कारण कल्याणकारी योजनाओं के नकली लाभधारक दूर होने से सरकार के करीबन दो लाख करोड़ रुपए बच गए है. यह जानकारी नीती आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने दी. आधार विश्व का सर्वाधिक सफल बायोमेट्रिक पहचान यंत्रणा होने की बात भी उन्होंने कही है.
कांत ने बताया कि आधार की सफलता को देखकर उनका तकनीकी ज्ञान विश्व में अन्यत्र इस्तेमाल करने के लिए विश्व बैंक एवं संयुक्त राष्ट्र समान अनेक अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने चर्चा की है. आधार के सुलभ इस्तेमाल के लिए अलीकडील पुढाकार इस विषय पर एक कार्यशाला में अमिताभ कांत ने यह वक्तव्य किया.
आधार के कारण बगैर दिक्कत के व मध्यस्थता के बगैर योजना का लाभ लोगों तक पहुंच रहा है. आधार का इस्तेमाल अनेक स्थानों पर किया जाता है. आधार ने डिजिटल इंडिया के लिए मजबूत, मूलभूत यंत्रणा निर्माण करने का कार्य किया है. सार्वजनिक आधारभूत सुविधाओं का सफलतापूर्वक व सुलभता से डिजिटीकरण कैसे किया जा सकता है, इसका उत्तम उदाहरण आधार ने विश्व के सामने रखा है.
* कितने हैं आधार धारक?
131 करोड़ आधार कार्ड अक्तूबर 2021 तक इश्यू किये गए.
कैसे हुआ लाभ?
– 315 केंद्र सरकार की योजना योग्य लाभार्थियों तक आधार के कारण पहुंच रही है.
– 500 राज्य सरकार की योजना योग्य लाभार्थियों तक आधार के कारण पहुंच रही है.
– 2.22 लाख करोड़ रुपए बचे आधार के कारण.
आधार यंत्रणा से अब प्रत्येक परिवार औपारिक बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा गया है. छोेटे कर्ज, बीमा एवं निवृत्ति वेतन योजना आदि का मंच इसलिए नागरिकों को उपलब्ध हुआ है.
– अमिताभ कांत,
सीईओ, नीती आयोग