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वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में मोहल्ला क्लीनिक में भी हो सकते हैंं वैक्सीनेशन सेंटर

तीसरे चरण के रजिस्ट्रेशन के लिये को-विन एप के अपडेशन का काम अभी चल रहा है

नई दिल्ली/दि. 27 – दिल्ली समेत पूरे देश में मार्च के महीने से वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू हो जायेगा जिसके तहत 60 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों को कोरोना का टीका दिया जायेगा. पहली बार आम लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जायेगी जिसके लिये सरकार तैयारियों में जुटी है. दिल्ली में बीते एक हफ्ते में कोरोना के मामलों में इजाफा देखने को मिला है ऐसे में वैक्सीनेशन को लेकर दिल्ली सरकार ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक वैक्सीन पहुँचाने की तैयारी कर रही है.
दिल्ली में मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज की कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट की हेड, ICMR एडवाइज़र और वैक्सीनेशन प्रोग्राम की पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ सुनीला गर्ग ने वैक्सीन के तीसरे चरण को लेकर कहा कि अब हम वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में है, हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद अब बारी है आम जनता तक जाने की. 60 साल से ऊपर की आयु के बुजुर्ग और 45 साल से ज्यादा आयु वाले ऐसे लोग जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग हैं, ये लोग हमारी प्राथमिकता में है.
खासतौर पर जो 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोग हैं उनमें भी कई तरह की गंभीर बीमारियां जैसे डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कैंसर पाया जाता है. इनको अगर कोविड-19 इंफेक्शन होगा तो वह ज्यादा घातक होगा. ठीक उसी तरह से 45 साल से ज्यादा उम्र वाले लोग जिनमें गंभीर बीमारियां है वह भी रिस्क पर है. इन लोगों का अगर जल्द से जल्द टीकाकरण किया जाएगा तो उनमें कोरोना का संक्रमण होने की संभावना बहुत कम हो जाएगी.

मोहल्ला क्लीनिक और डिस्पेंसरी में भी बनेगा वैक्सीनेशन सेंटर

तीसरे चरण में ज़्यादा लाभार्थियों को देखते हुए वैक्सीनेशन साइट की संख्या भी बढ़ाई जायेगी. दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक में भी वैक्सीनेशन सेंटर खोले जायेंगे. डॉ सुनीला गर्ग ने कहा कि हम सरकारी और प्राइवेट दोनो फैसिलिटी में वैक्सीनेशन प्रोग्राम चला रहे हैं. देश मे करीब 29 हज़ार से ज़्यादा कोल्ड चेन पॉइंट्स हैं और दिल्ली में 620 से ज़्यादा कोल्ड चेन पॉइंट्स हैं. पहले चरण में 10 हज़ार प्राइवेट सेक्टर और 10 हज़ार गवर्नमेंट सेक्टर की साइट्स को चुना गया है. मोहल्ला क्लिनिक में भी डॉक्टर उपलब्ध हैं जो वैक्सीनेशन के लिये सक्षम हैं. इसलिये मोहल्ला क्लिनिक और सरकारी डिस्पेंसरी का इस्तेमाल भी वैक्सीनेशन साइट के लिये किया जायेगा. वैक्सीन देना चुनौतीपूर्ण नहीं है लेकिन वैक्सीन देने के बाद अगर कोई प्रतिकूल परिस्थिति होती है तो वो मुख्य चुनौती है. मोहल्ला क्लीनिक में ऐसी किसी परिस्थिति से निपटने की सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं इसलिए वहां वैक्सीनेशन साइट बनाई जा सकती है. डॉ गर्ग के मुताबिक देश में अब तक 1.3 करोड़ से ज़्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है जिसमें महज़ 0.0004 प्रतिकूल परिस्थितियों के मामले सामने आये हैं.

प्राइवेट फैसिलिटी में ज़्यादा नहीं होगी वैक्सीन की कीमत

डॉ सुनीला गर्ग के मुताबिक सभी सरकारी फैसिलिटी में वैक्सीन पूरी तरह से मुफ्त में उपलब्ध होंगी. लेकिन प्राइवेट फैसिलिटी में वैक्सीन की कीमत 200-400 रुपए के बीच होगी. को-वैक्सीन की कीमत थोड़ी ज़्यादा होगी. डॉ सुनीला गर्ग का कहना है कि कोवीशील्ड की कीमत करीब 221 रुपए होगी और को-वैक्सीन की कीमत इससे करीब 60 रुपए ज़्यादा होगी. दोनो में बहुत ज़्यादा फर्क नहीं है. हालांकि फाइनल कीमत अभी तय हुई है लेकिन ये कीमत बहुत कम ही रहेगी. इसमें कोई प्रॉफिट नहीं होगा, छोटे छोटे खर्च होंगे जिनका कॉस्ट होगा. यह कीमतें सरकार द्वारा तय की जाएंगी जिसमें ?100 सेंटर के होंगे छोटे मोटे खर्च के लिये, और बाकी कीमत सरकार की होगी.

 

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