देश दुनिया

दो हजार रुपए टैंकर में बिक रहा पानी, बेंगलुरु में इस संकट की वजह क्या?

कोरोना के समय ऑक्सीजन सिलेंडर की याद दिला दी

* तीन हजार से अधिक बोअरवेल सूखें
बेंगलुरु – देश का आईटी हब बेंगलुरु भीषण जल संकट से जूझ रहा है. इसे देख वॉटर टैंकर ऑपरेटर स्थितियों का फायदा उठाने में जुट गए हैं. पहले जिस 1000 लीटर पानी के टैंकर की कीमत 600 से 800 रुपये के बीच थी. वही, अब दो हजार रुपये से ज्यादा हो गई है. पानी इतना महंगा मिलने से नागरिको को पानी ने कोरोना महामारी के समय ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत की याद दिला दी है. कोरोना काल में हजारों रुपये में ऑक्सीजन सिलेंडर बिकने लगा था. लोग अपनी जान बचाने के लिए कोई भी कीमत देने को तैयार थे. बेंगलुरु में ऐसी स्थिति से लोग परेशान हैं.
जानकारी के मुताबिक पर्याप्त बारिश न होने के कारण कावेरी नदी के जल स्तर में काफी गिरावट आई है. इससे पेयजल आपूर्ति और कृषि सिंचाई दोनों पर प्रतिकुल असर पड़ा है. इसके अलावा बोअरवेलों ने स्थिति और गंभीर की है. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा है कि, सभी बोअरवेलों में से लगभग तीन हजार बोअरवेल सूखे हैं.
रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशंस ने अपने इलाकों में पानी की राशनिंग शुरू कर दी है. वाहन धोने और स्विमिंग पुल एक्टिविटीज पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. कुछ निवासी एन्क्लेव ने अपने निवासियों से हाथ और मुंह धोने के लिए डिस्पोजेबल कटलरी और वेट वाइप्स का इस्तेमाल करने के बारे में कहा है. कुछ अन्य आरडब्ल्यूए ने निवासियों से पानी के दुरुपयोग पर नजर रखने के साथ सुरक्षा कर्मी तैनात किए हैं. चेतावनी दी है कि जो लोग पानी की खपत को 20 फीसद तक कम नहीं करेंगे, उनसे अतिरिक्त 5 हजार रुपये शुल्क लिया जाएगा.
बता दे कि, पिछले कुछ दिनों से बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड से पानी की सप्लाई व्यावहारिक रूप से बंद होने के कारण हाउसिंग सोसायटी और घर बोरवेल पर निर्भर हैं. लेकिन शिवकुमार ने बताया कि, हमारे रिकॉर्ड में 16,781 बोअरवेल में से 6,997 बोअरवेल सूख गए हैं. बाकी 7,784 बोअरवेल चालू हैं. सरकार नए बोअरवेल खोदेगी.

Related Articles

Back to top button