‘अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व
हेलिकॉप्टर हादसे से पहले ही विजय पर्व के लिए संदेश रिकॉर्ड कर गए थे CDS बिपिन रावत
नई दिल्ली / दी १२- हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत से एक दिन पहले अपने सार्वजनिक संदेश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) ने कहा था कि अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व, आओ मिलकर मनाएं विजय पर्व. भारतीय थलसेना ने रविवार को 1.09 मिनट का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें जनरल बिपिन रावत ने 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर सशस्त्र बलों के कर्मियों को बधाई दी थी.सेना के सूत्रों ने कहा कि वीडियो सात दिसंबर की शाम रिकॉर्ड किया गया था. जनरल रावत, उनकी पत्नी, रावत के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर समेत 13 लोगों की आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कन्नूर के निकट दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर हुई भयावह हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी. वीडियो क्लिप में जनरल रावत ने 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और देशवासियों से युद्ध में विजय की 50वीं वर्षगांठ मनाने की अपील कीवीडियो में जनरल बिपिन रावत कहते हैं कि मैं स्वर्णिम विजय पर्व के अवसर पर भारतीय सशस्त्र बलों के सभी वीर सैनिकों को हार्दिक बधाई देता हूं. हम 1971 के युद्ध में जीत की 50वीं वर्षगांठ को विजय पर्व के रूप में मना रहे हैं. जनरल रावत ने अपने संदेश के अंत में कहा कि अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व, आओ मिलकर मनाएं विजय पर्व.
‘विजय पर्व’ समारोह के उद्घाटन समारोह में भी वीडियो को चलाया गया
वीडियो को इंडिया गेट परिसर में ‘विजय पर्व’ समारोह के उद्घाटन समारोह में भी चलाया गया. इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने भाग लिया. सोलह दिसंबर 1971 को लगभग 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के संयुक्त बलों और ‘मुक्ति वाहिनी’ के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसके बाद बांग्लादेश की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ था.
सेना में बतौर सेकंड लेफ्टिनेंट के तौर पर हुई थी शुरुआत
16 दिसंबर 1978 को जनरल बिपिन रावत की शुरुआत सेना में बतौर सेकंड लेफ्टिनेंट के तौर पर हुई थी. दो साल बाद 16 दिसंबर 1980 को लेफ्टिनेंट बने. फिर मेजर, लेफ्टिनेंट कर्नल, कर्नल, ब्रिगेडियर, मेजर जनरल और लेफ्टिनेंट जनरल बनते हुए वो 01 जनवरी 2017 से जनरल रावत कहे जाने लगे. जब देश में पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति हुई तो 2019 से बिपिन रावत CDS जनरल बिपिन रावत भी कहलाए.
43 बरस के सैन्य सेवा में पहाड़ की तरह वो हर मोर्चे पर डरे रहे. हिंद की सेना का मान बढ़ाया. चीन से लेकर पाकिस्तान और म्यांमार तक हर तरफ दुश्मनों के लिए काल बनकर खड़े हुए जनरल रावत. डायनामिक मिलिट्री अफसर की पहचान वाले जनरल रावत चाहे LAC के दुर्गम पहाड़ रहे हों या LOC पर करगिल की चोटियां पोस्टेड रहे.