नई दिल्ली/दि.७- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में एक रैली के दौरान पहुंचे. जहां उनका स्वागत पार्टी के अन्य नेताओं के अलावा कुछ ही मिनटों पहले बीजेपी में शामिल हुए बॉलीवुड कलाकार मिथुन चक्रवर्ती ने किया. इस बाद मंच संभालते ही पीएम मोदी ने सबसे पहले बंगाल की धरती और ब्रिगेड मैदान में आए लोगों को नमन किया. पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक जीवन में सैकड़ों रैलियों को संबोधित करने का सौभाग्य मिला है, लेकिन इतने लंबे कार्यकाल में मैंने कभी इतने बड़े विशाल जन समूह का हमें आशीर्वाद मिला हो ऐसा दृश्य मुझे आज देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि बंगाल की इस धरती ने हमारे संस्कारों को ऊर्जा दी है. बंगाल की इस धरती ने भारत की आज़ादी के आंदोलन में नए प्राण फूंके. बंगाल की इस धरती ने ज्ञान-विज्ञान में भारत का गौरव बढ़ाया. उन्होंने कहा कि रैली के इस मैदान से मेरी बात को नोट कर लीजिए, बंगाल से अब तक जो छीना गया है उसे वापस लाएंगे. पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल से निकले महान व्यक्तित्वों ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को सशक्त किया. बंगाल की इस धरती ने एक विधान, एक निशान, एक प्रधान के लिए बलिदान देने वाला सपूत हमें दिया. उन्होंने कहा कि ऐसी पावन मिट्टी को मैं नमन करता हूं. रैली के मंच से प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिगेड ग्राउंड के आसपास, एक तरफ स्वामी विवेकानंद जी का जन्मस्थान है, दूसरी तरफ नेताजी सुभाष चंद्र बोस का निवास स्थान है. एक तरफ महर्षि श्री ऑरोबिन्दों का जन्मस्थान है, तो दूसरी तरफ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्मस्थान है. पीएम के अनुसार ये कोलकाता, बंगाल पूरे भारत की बहुत बड़ी प्रेरणा स्थली है, बीते दशकों में ब्रिगेड ग्राउंड में अनेकों बार ये नारा गूंजा है- ब्रिगेड चलो. इस ग्राउंड ने अनेक देशभक्तों को देखा है ममता बनर्जी पर हमलावर रूख अख्तियार करते हुए कहा कि बंगाल ने परिवर्तन के लिए ही ममता दीदी पर भरोसा किया था. लेकिन दीदी और उनके काडर ने ये भरोसा तोड़ दिया. इन लोगों ने बंगाल का विश्वास तोड़ा. इन लोगों ने बंगाल को अपमानित किया. यहां की बहन-बेटियों पर अत्याचार किया. उन्होंने कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में एक तरफ ञ्जरूष्ट है, लेफ्ट-कांग्रेस है, उनका बंगाल विरोधी रवैया है, और दूसरी तरफ खुद बंगाल की जनता कमर कसकर खड़ी हो गई है. आज भाजपा को आशीर्वाद देने के लिए लाखों लोगों का यहां आना, लाखों लोगों का प्रदेश भर में निरंतर आशीर्वाद बनाये रखना. सामान्य मानवी हो, बंगाल के बौद्धिक जन हो, कला जगत के लोग हों, सभी अपना प्रेम और आशीर्वाद बरसा रहे हैं. ममता सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि आज ब्रिगेड ग्राउंड में आप लोगों की हुंकार सुनने के बाद अब किसी को कोई संदेह नहीं रह जाएगा. कुछ लोगों को तो लगता होगा कि शायद आज 2 मई आ गई है. उन्होंने कहा कि मैं ब्रिगेड ग्राउंड से आपको इस आशोल पोरिबोरतोन का विश्वास दिलाने आया हूं… विश्वास, बंगाल के विकास का… विश्वास, बंगाल में स्थितियों के बदलने का… विश्वास, बंगाल में निवेश बढऩे का… विश्वास, बंगाल के पुनर्निर्माण का… और विश्वास, बंगाल की संस्कृति की रक्षा का. मैं विश्वास दिलाने आया हूं कि आपके लिए, यहां के नौजवानों के लिए, किसानों, उद्यमियों, यहां की बहनों-बेटियों के विकास के लिए हम 24 घंटे दिन रात मेहनत से काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हम मेहनत करने में कोई कमी नहीं रखेंगे. प्रधानमंत्री ने ब्रिगेड ग्राउंड से पश्चिम बंगाल की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हम पल-पल आपके लिए जिएंगे. हम पल-पल आपके सपनों के लिए जिएंगे. ये विश्वास दिलाने मैं आया हूं. उन्होंने कहा कि हम सिर्फ चुनाव में नहीं, हम हर पल आपका दिल जीतते रहेंगे. अपने काम के द्वारा, सेवा के द्वारा, समर्पण के द्वारा, परिश्रम के द्वारा. उत्तर बंगाल हो या दक्षिण बंगाल, पश्चिमांचल हो या जंगलमहल. आदिवासी हो या दलित, पिछड़े, शोषित, वंचित या हमारे शरणार्थी भाई बहन, सभी पर बराबर ध्यान दिया जाएगा. जहां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास शासन का मंत्र होगा. जहां उन्नयन सबका होगा, तुष्टिकरण किसी का नहीं. उन्होंने कहा कि जहां घुसपैठ और घुसपैठियों को रोका जाएगा.
बीजेपी के शीर्ष नेता नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ पश्चिम बंगाल में सत्ता का परिवर्तन करना ही नहीं है, हम बंगाल की राजनीति को विकास केंद्रित करना चाहते हैं. इसलिए हम असोल पोरिवर्तन की बात कर रहे हैं. असोल पोरिवर्तन के इस महायज्ञ में बंगाल के लोगों को भी ये भी याद रखना है कि उनके साथ किस तरह का छल बार-बार लगातार किया गया है, इसे भूलना नहीं है. उन्होंने कहा कि आजादी के नारे पर कांग्रेस सत्ता में आई थी. आजादी के बाद कुछ समय काम हुआ, लेकिन फिर बंगाल पर वोटबैंक की राजनीति हावी होती चली गई, इस राजनीति को वामपंथियों ने और बढ़ाया और नारा दिया. कांग्रेसेर कालो हाथ, भेंगे दाओ, गुडिय़े दाओ. उन्होंने कहा कि आज उस काले हाथ का क्या हुआ? ऐसे ही नारों के दम पर वामपंथी सत्ता में आए, लगभग तीन दशक तक सत्ता संभाली. आज उस काले हाथ का क्या हुआ?जिस हाथ को वामपंथी काला समझते थे, वो आज सफेद कैसे हो गया? जिस हाथ को तोडऩे की बात करते थे, आज उसी का आशीर्वाद लेकर वो चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि दीदी आज पश्चिम बंगाल के नौजवान, यहां के बेटे-बेटियां आपसे एक ही सवाल पूछ रहे हैं. उन्होंने आपको दीदी की भूमिका में चुना था. लेकिन आपने खुद को एक ही भतीजे की बुआ तक सीमित क्यों कर दिया? अभिषेक बनर्जी का नाम लिए बगैर पीएम मोदी ने कहा कि आपने एक ही भतीजे की बुआ होने के मोह को क्यों चुना? बंगाल के लाखों भतीजे-भतीजियों की आशाओं के बजाय आप अपने भतीजे का लालच पूरा करने में क्यों लग गईं? आप भी भाई-भतीजावाद के उन कांग्रेसी संस्कारों को छोड़ नहीं पाईं, जिनके खिलाफ आपने बगावत की थी.