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तीसरी लहर की तेज रफ्तार के बीच क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन?

लॉकडाउन की ओर देश के कई राज्य

नई दिल्ली/दि०४-राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में थोड़ी पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं. राज्य में अब वीकेंड कर्फ्यू लगा दिया है, यानी शनिवार और रविवार को कर्फ्यू रहेगा और इस दौरान बेवजह घर से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी. वहीं, जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सारे सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे. इस दौरान अधिकारी कर्मचारी घर से ही कमा करेंगे. उधर, मुंबई में भी कोविड मामलों में होती बेतहाशा वृद्धि के मद्देनजर लगातार नई गाइडलाइन जारी की जा रही हैं, यानी शहर लॉकडाउन की ओर बढ़ने लगा है. वहीं, पश्चिम बंगाल, झारखंड, राजस्थान, मध्यप्रदेश समेत दूसरे राज्यों में भी नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है.

नई दिल्ली
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कोविड मैनेजमेंट के लिए तैयार ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान  के मुताबिक, पॉजिटिविटी रेट लगातार दो दिन 5 फीसदी से ज्यादा होगी तो रेड अलर्ट यानी टोटल कर्फ्यू लगा दिया जाएगा. बता दें कि डीडीएमए ने 28 दिसंबर को ‘येलो अलर्ट’ की घोषणा की थी.
अब दिल्ली में रविवार को 4.59% और सोमवार को 6.46% पॉजिटिविटी रेट निकली हैं, इसलिए यहां टोटल लॉकडाउन लगने में कोई ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. बता दें कि यहां पिछले 24 घंटों में कोविड के 5000 हजार से ज्यादा केस निकले हैं.
इसी के मद्देनजर सरकार ने राज्य में वीकेंड कर्फ्यू लगा दिया है. मतलब शनिवार और रविवार को घर से बिना वजह निकलने पर पाबंदी लगा दी है. साथ ही सरकारी कर्मचारियों का वर्क फ्रॉम होम कर दिया गया है. पता हो कि दिल्ली में येलो अलर्ट के तहत सभी सिनेमाघर और जिम पहले ही बंद कर दिए गए हैं.

महाराष्ट्र
कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र पहली लहर से लेकर दूसरी लहर के दौरान बुरी तरह चपेट में रहा, अब इस बार भी यहां ओमिक्रॉन वाली तीसरी लहर का संकट मंडरा रहा है. मुंबई में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 10 हजार से ज्यादा नए मामलों ने हड़कंप मचा दिया है.
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने मंगलवार को कहा कि अगर यहां दैनिक COVID-19 मामले 20,000 का आंकड़ा पार करते हैं, तो केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार शहर में लॉकडाउन लगाया जाएगा.
पेडनेकर ने सुझाव दिया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट बसों और लोकल ट्रेनों में यात्रा करते समय ट्रिपल-लेयर मास्क पहनें. उन्होंने लोगों से जल्द से जल्द टीका लगवाने और सभी COVID-19-संबंधित मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOPs) का पालन करने की भी अपील की. मेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एक दो दिनों में महाराष्ट्र के नागरिकों को संबोधित कर सकते हैं.

पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल और खासकर राजधानी कोलकाता में कोरोना की भयावहता का अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि शहर के तीन अलग-अलग अस्पतालों में 100 से अधिक डॉक्टर और 83 से ज्यादा पुलिसकर्मी पिछले 48 घंटों में कोरोना पॉजिटिव निकल गए हैं. इनमें से कई आईपीएस रैंक के अफसर भी हैं.  राज्य में 2000 हजार से ज्यादा केस सक्रिय हैं.
सीएम ममता बनर्जी ने राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों को बंद करवा दिया है. प्राइवेट और सरकार कार्यालयों में 50 फीसदी उपस्थिति को लागू कर दिया है. वहीं, कोलकाता से मुंबई और दिल्ली के बीच सप्ताह में मात्र दो दिन सोमवार और शुक्रवार फ्लाइट चलाने का निर्णय लिया जा चुका है.
पश्चिम बंगाल में स्वीमिंग पूल, स्पा, ब्यूटी पार्लर, सिनेमा हॉल, टूरिस्ट स्पॉट बंद रहेंगे और शॉपिंग मॉल्स में 50% लोगों को प्रवेश देना सुनिश्चित किया गया है. वहीं, लोकल ट्रेन और मेट्रो को 50 फीसदी क्षमता के साथ चलाया जाएगा. रात को 10 बजे से 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा.

यूपी
उधर, उत्तर प्रदेश में सोमवार को निकले 992 कोरोना मामलों को लेकर सरकार कड़ी सख्ती करने जा रही है. राज्य में जल्दी वीकेंड कर्फ्यू जैसी सख्त पाबंदियां लागू की जा सकती हैं.
इससे पहले योगी सरकार ने कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर 25 दिसंबर से नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है. इसके तहत रात में 11 बजे से सुबह 5 बजे तक पूरी तरह से सख्ती बढ़ा दी गई है. वहीं, किसी शादी समारोह में में 200 से अधिक लोगों के शामिल होने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है.  राज्य की सीमा में आने वाले हर व्यक्ति की कोरोना जांच कराने के भी निर्देश जारी किए गए हैं.
बता दें कि पिछले 24 घंटे के भीतर राज्य में ओमिक्रॉन के भी 18 केस सामने आ चुके हैं. वहीं, राज्य में अब Covid के सक्रिय मामलों की  कुल संख्या 3,173 तक पहुंच गई है.

पंजाब
कोरोना मामलों की बढ़ोतरी की वजह से पंजाब सरकार ने भी नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी है. कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक रहेगा. इसके अलावा धारा 144 भी लगा दी गई है.
सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि ऑनलाइन एजुकेशन को बढ़ावा दिया जाए. स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय सहित सभी कोचिंग संस्थान आदि बंद रहेंगे. सरकार ने कहा है कि सभी शिक्षण संस्थान ऑनलाइन शैक्षणिक कार्यक्रम को बढ़ावा दें. मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज खुले रहेंगे.
इसके अलावा बार, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, मॉल, रेस्तरां, स्पा, संग्रहालयों, चिड़ियाघरों आदि को उनके 50% क्षमता के साथ खोला जा सकता है.  सभी खेल परिसर, स्टेडियम, स्विमिंग पूल, जिम बंद रहेंगे. एसी बसें 50% क्षमता पर चलेंगी.

बिहार
बिहार के पटना स्थित एनएमसीएच (NMCH) में लगातार डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं. सोमवार को वहां 133 डॉक्टर औऱ मेडिकल स्टूडेंट के सैंपल लिए गए, जिसमें 72 लोग प़ॉजिटिव पाए गए हैं. इससे पहले रविवार को 96 डॉक्टर और मेडिकल के स्टूडेंट संक्रमित मिले थे. अब पटना के एनएमसीएच (NMCH) में 168 डॉक्टर्स औऱ मेडिकल स्टूडेंट पॉजिटिव हो गए हैं. जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मरीज एनएमसीएच में मिल रहे हैं, उससे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है.
कोविड मामलों के बावजूद बिहार में कोरोना की सामान्य गाइडलाइन है. इसमें न तो पड़ोसी राज्यों की तरह नाइट कर्फ्यू लागू और न ही दिन में कोई विशेष पाबंदियां लगाई गई हैं. राज्य में धार्मिक स्थलों से लेकर कोचिंग संस्थान तक सामान्य रूप से खोले जा रहे हैं.

झारखंड में मिनी लॉकडाउन लागू
उधर, झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों की संख्या के मद्देनजर स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. सरकारी गाइडलाइन के अनुसार, रात में 8 बजे तक राज्य की सभी दुकानें बंद करने का आदेश है. जबकि मेडिकल स्टोर, बार और रेस्टोरेंट रात 11 बजे तक खुले रहेंगे.
झारखंड में शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट, क्लब अपनी क्षमता के आधे पर काम करेंगे या इसमें अधिकतम 100 लोग जा सकेंगे. वहीं, शादी समारोह आदि में हॉल से आधी क्षमता या अधिकतम 100 लोगों को अनुमति दी जाएगी. बता दें कि झारखंड में कोविड के दैनिक मामले 1000 से ज्यादा हैं और मौजूदा सक्रिय मामलों की संख्या 5700 से ज्यादा है.

लॉकडाउन में क्या-क्या हो सकता है?
कोरोना की पहली और दूसरी लहर की तर्ज पर यदि इस बार भी लॉकडाउन लगा तो स्कूल, कॉलेज, कोचिंग से लेकर शॉपिंग मॉल, थिएटर मल्टीप्लैक्स, रेस्टोरेंट इत्यादि बंद हो सकते हैं. मंदिर-मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा खुले तो रहेंगे, लेकिन श्रद्धालु के जाने पर पाबंदी लग सकती है. वहीं, शादियों में सीमित लोग ही शामिल हो सकेंगे. साथ ही बिना वजह घर से निकलने की पाबंदी लग सकती है. इसके अलावा, राज्यों की सीमाओं पर लोगों की चेकिंग की जाएगी, साथ ही लोगों के किसी स्थान पर जमा होने नहीं दिया जाएगा.

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