…जब TRS ने महिला सांसद के लिए रोकी नारेबाजी
लोकसभा में दिखा दिलचस्प नजारा, सभापति बोले- यही लोकतंत्र की सुंदरता
नई दिल्ली/दी १-आज संसद के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन था. यूं तो हर दिन संसद में नारेबाजी और हंगामा देखने को मिल रहा है लेकिन बुधवार को एक नजारा ऐसा दिखा जिसकी इस वक्त हर कोई सराहना कर रहा है. दरअसल बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान एक पल ऐसा आया जब नारेबाजी कर रहे कुछ सासंदों ने एक महिला सांसद के लिए अपना विरोध प्रदर्शन रोक दिया. लोकसभा अध्यक्ष ने इस पर सांसदों की तारीफ भी की और लोकतंत्र की सुंदरता बताया.
दरअसल किसानों के मुद्दे को लेकर तेलंगान राष्ट्र समिति (TRS) के सांसद लोकसभा में विरोध प्रदेशन कर रहे थे और तख्तियां दिखा रहे थे. इसी दौरान बीजू जनता दल की सांसद प्रमिला बिस्मोई ने मातृत्व लाभ का मुद्दा उठाने की कोशिश की. इस पर अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल ने हंगामा कर रहे सासंदों से शांत होने के लिए कहा. दिलचस्प बात ये थी कि सांसदों ने उनकी बात मान भी ली और शांत हो गए.
आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई थी लोकसभा की कार्यवाही
इससे पहले किसानों के मुद्दे पर तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्यों के शोर शराबे के कारण लोकसभा की कार्यवाही बुधवार को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गई.
आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू करने को कहा. इसी बीच तेलंगान राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सदस्य शोर शराबा करते हुए आसन के समीप आ गए.। कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने भी अपने स्थान से किसानों का मुद्दा उठाया, हालांकि बाद में वे शांत हो गए.
इस बीच, अध्यक्ष ओम बिरला ने शोर शराबे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही चलायी और रेल मंत्रालय, उपभोक्ता एवं खाद्य मामलों के मंत्रालय से जुड़े प्रश्न लिये गए. सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और संबंधित मंत्रियों ने जवाब दिये.
इस दौरान टीआरएस सदस्यों का हंगामा जारी रहा. वे तख्तियां लिये हुए थे जिस पर लिखा था, ‘‘ किसानों को दंडित करना बंद करो.’’
लोकसभा अध्यक्ष ने क्या कहा?
लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि सभी सदस्य सदन में चर्चा करने आते हैं और जब एक वरिष्ठ सदस्य सवाल पूछ रहे हों, तब इस प्रकार उनके सामने तख्तियां लाना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ सदस्य पूरे सदन के कामकाज में व्यवधान डाल रहे हैं जो ठीक नहीं है.
बिरला ने कहा कि ऐसे गलत तरीके को रोकने के लिये सामूहिक प्रयास किये जाने की जरूरत है. अध्यक्ष ने कहा ‘‘सदन 130 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करता है, प्रश्नकाल महत्वपूर्ण होता है और सदस्य सवाल पूछें, सरकार जवाब देने को तैयार है.’’
बहरहाल, व्यवस्था बनते नहीं देख लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी.