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भारत में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन स्थापित करने जा रहा है डब्लयूएचओ

पीएम मोदी ने कहा देश के लिए गर्व की बात

नई दिल्ली/दि.१३ – कोरोना महामारी के बीच विश्व स्वास्थय संगठन भारत में परंपरागत चिकित्सा पद्धति का ग्लोबल सेंटर स्थापित करने जा रहा है. यह जानकारी पीएम मोदी ने दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुर्वेद जामनगर (गुजरात) और राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर (राजस्थान) में शिक्षण और अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन करने के दौरान कही. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन पारंपरिक दवाओं पर शोध को मजबूत करने के लिए भारत में पारंपरिक चिकित्सा पर ग्लोबल सेंटर की स्थापना करने जा रहा है, जो कि देश के लिए गर्व की बात है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इस बार आयुर्वेद दिवस गुजरात और राजस्थान के लिए और युवाओं के लिए विशेष है.
डब्ल्यूएचओ द्वारा ग्लोबल सेंटर ऑन ट्रेडिशनल मेडिसिन जो भारत में स्थापित होगा उसके बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, मुझे विश्वास है कि जिस तरह से भारत दुनिया की फार्मेसी में आया है, उसी तरह से पारंपरिक चिकित्सा केंद्र के रूप में उभर कर आएगा जो कि वैश्विक कल्याण के लिए अहम साबित होगा. डब्ल्यूएचओ द्वारा स्थापित ग्लोबल सेंटर ऑन ट्रेडिशनल मेडिसिन का यह केंद्र दवाओं के विकास और इससे संबंधित अनुसंधानों को महान ऊंचाइयों पर ले जाएगा.
आयुर्वेद पर बोलते हुए प्रधान मंत्री ने कहा कि यह भारत की विरासत है. उन्होंने कहा आयुर्वेद भारत की एक विरासत है जिसके विस्तार से मानवता का कल्याण होता है. प्रत्येक भारतीय खुश होगा कि हमारा प्राचीन ज्ञान अन्य देशों को भी समृद्ध बना रहा है. ब्राजील की राष्ट्रीय नीति में आयुर्वेद शामिल है.
वहीं, आयोग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पीएम मोदी द्वारा आज जिन संस्थानों का उद्घाटन किया गया है, वे देश में आयुर्वेद के प्रमुख संस्थान हैं. आयुर्वेद संस्थान जामनगर में शिक्षण और अनुसंधान संस्थान को संसद के एक अधिनियम द्वारा राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिया गया है. इसके साथ ही राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर ने एक संस्थान को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है.

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