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रेलवे टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए इंडियन रेलवे लीज करेगा ट्रेन के डिब्बे

प्राइवेट कंपनियां करेंगी संचालन और सरकार को मिलेगा कमीशन

 नई दिल्ली/दि. 11 – इंडियन रेलवे अब रेलवे टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए लीजिंग कॉन्सेप्ट पर आगे बढ़ने पर विचार कर रहा है. लीज पर दिए जाने वाले कोच स्टॉक (ट्रेन के डिब्बे या पूरी ट्रेन) थीम आधारित होंगे और रेलवे इसे लीज करेगा. जिस पार्टी को भी लीज मिलेगा वह कल्चरल, रिलिजन और अन्य तरह के थीम पर इन कोचों को डेवलप कर सकते हैं. इसके लिए रेल मंत्रालय ने एग्जिक्युटिव डायरेक्टर स्तरीय कमिटी का गठन किया है. यह कमिटी इससे संबंधित पॉलिसी और टर्म एंड कंडिशन के बारे में फैसला लेगी.
यह ट्रेन सर्विस Tourist Circuit train की तरह होगी. इसमें रूट और किराए का फैसला भी थर्ड पार्टी को करना है. इसमें ट्रेन के कोच या फिर पूरी ट्रेन लीज पर दिए जाएंगे. जो पार्टी इसे लेती है, वह अपने हिसाब से कोच की डिजाइन तय कर सकता है. जरूरत पड़ने पर इंट्रेस्टेड पार्टी कोच में नवीनीकरण भी कर सकता है. लीज कॉन्ट्रैक्ट कम से कम पांच सालों के लिए होगा और इसे तब तक बढ़ाया जा सकता है जब तक उस कोच का थीम बना रहता है. आसान शब्दों में समझें तो रेलवे प्राइवेट प्लेयर्स को टूरिस्ट ट्रेन चलाने का मौका दे रहा है.

त्र में अपार संभावनाएं हैं और प्राइवेट प्लेयर्स की एंट्री से रेवेन्यू बढ़ाने में मदद मिलेगी. इससे नए-नए टूरिज्म सर्किट खुलेंगे. सबसे बड़ी बात ये है कि रेलवे टूरिज्म को सबसे ज्यादा फायदा होगा.
जो पार्टी इस थीम कोच को लेकर इंट्रेस्टेड होंगे, वे अपने हिसाब से बिजनेस मॉडल तैयार कर पाएंगे. इसमें रूट, यात्रा का कार्यक्रम, किराया समेत तमाम बातों का जिक्र होगा. एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के आधार पर जो फिट होगा, वह इसके लिए आवेदन कर सकता है. इस थीम कोच के बदले कोच ऑपरेटर को इंडियन रेलवे को हॉलेज चार्ज, स्टैबलिंग चार्ज और लीजिंग चार्ज चुकाना होगा.
इंडियन रेलवे ऐसे उपायों से निवेशकों को आकर्षित करने का लगातार प्रयास कर रहा है. वर्तमान में भी रेलवे इस तरह के कॉन्सेप्ट पर ट्रेनों का संचालन करता है. सैलून कोच में यात्रियों को होटल का अनुभव होता है. इसके लिए अलग से बुकिंग होती है. इस कोच में एक मास्टर बेडरूम,, किचन और विंडो जैसी सुविधा होती है. इसके अलावा 4-6 एक्स्ट्रा बेड भी लगे होते हैं.
इसी तरह रेलवे की तरफ से Vistadome कोच का संचालन किया जाता है तो टूरिस्ट रूट पर है. इसमें ग्लास रूफ और साइड वॉल होता है. इस कोच में सफर करने पर आपको बाहर का साफ-साफ नजारा दिखता है. इसी कॉन्सेप्ट पर रेलवे की तरफ से

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