भारत की शिक्षा बेहतरीन, नई नीति भी शानदार

बिरला एज्युकेशन के सीएमडी निर्वाण बिरला का कहना

* जन भागीदारी और बजट बढाने की आवश्यकता
* अमरावती की बिरला ओपन माइंड्स स्कूल बना मिसाल
अमरावती/ दि. 19-मैं यूके में पढा हूं. विश्व के अनेक देशों में भी शिक्षा संस्थान और पाठ्यक्रम देखे हैं. भारत की शिक्षा अनेक मायनों में बेहतरीन है. बिरला ओपन माइंड्स इंटरनैशनल स्कूल इसी शिक्षा को आगे बढाने का प्रयास है. देश की नई शिक्षा नीति भी शानदार है. जिसमें 30-40 तरह के कौशल पाठ्यक्रम में लिए गये हैं. देश की जनसंख्या और भौगोलिक विस्तार को देखते हुए शासन को न केवल शिक्षा का बजट बढाना चाहिए. बल्कि जनभागीदारी अर्थात पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप से भी शिक्षा की पहुंच सभी तक करने के प्रयत्न होने चाहिए. यह अपेक्षा आज बिरला एज्युुकेशन ग्रुप के सीएमडी और मशहूर उद्यमी निर्वाण यशोवर्धन बिरला ने व्यक्त की. वे रेवसा स्थित बिरला ओपन माइंड्स इंटरनैशनल स्कूल के वार्षिकोत्सव में भाग लेेने पधारे और स्थानीय मीडिया से सहज संवाद किया.
इस समय बिरला समूह की स्थानीय ईकाई के सर्वेसर्वा सुधीर वाकोडे, उपाध्यक्ष आशीष देशमुख, शाला की मुख्याध्यापिका सुनीता, बिरला एज्युकेशन के पैन इंडिया महाप्रबंधक मुकेश मिश्रा, आशीष ठाकुर, अंशुल अग्रवाल, लिवोल एन और अन्य उपस्थित थे.
भारत की 12 वीं, विदेश का स्नातक
निर्वाण बिरला ने बहुत ही स्पष्ट कहा कि भारत का पाठ्यक्रम अद्यतन और बेहतर है, एडवांस हैं. भारत में कक्षा 12 वीं में जो विषय और कोर्स तथा जानकारी पढाई जाती है. दुनिया के अनेक देशों में स्नातक या स्नातकोत्तर शिक्षा में वह कोर्स, विषय सिखाए जाते हैं. सभी फैकल्टी में यह तथ्य लागू हैं. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में प्रत्येक शाला में कोई न कोई कौशल्य पढाने पर जोर दिया गया है. उसी प्रकार बिरला ग्रुप ने भी अपने यहां कक्षा के बाहर अतिरिक्त करीकलम पर बल देते हुए कोर्सेस तैयार किए हैं. उन्होंने बताया कि शीघ्र ही खेलों पर आधारित खास कोर्स बिरला समूह तैयार कर रहा है. जो राज्यों की रूचि के आधार पर अलग- अलग रूप में लागू क्रियान्वित होगा.
सुधीर वाकोडे शानदार, कामयाब उद्यमी
सीएमडी निर्वाण बिरला ने बहुत साफ कहा कि बिरला समूह ऐरो-गैरो से अनुबंध नहीं करता. अमरावती में सफल और विजनरी उद्यमी सुधीर वाकोडे के साथ टाइअप किया गया है. उन्हें प्रसन्नता और अभिमान है कि अमरावती में शानदार शाला और शैक्षणिक सुविधा सुधीर वाकोडे ने उपलब्ध करवाई है. बिरला समूहों के सभी मापदंडों पर सुधीर वाकोडे और उनकी टीम खरी उतरी है. निर्वाण बिरला ने बताया कि आनेवाले तीन चार वर्षो में महाराष्ट्र में कम से कम 50 शालाएं शुरू करने का नियोजन है. बिरला समूह विषय में पारंगत और मापदंडों पर खरे उतरनेवाले टीचर्स की नियुक्ति करता है. बिरला समूह के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर बहुतेरे प्राइज और पुरस्कार जीते हैं. अपनी प्रतिभा की छाप छोडी है. बिरला समूह देशज संस्कारों पर जोर देता है. उसी प्रकार खेती किसानी को भी लडकपन से ही बच्चों को पढाया जाता है. नर्सरी से 12 वीं कक्षा तक पढाई उपलब्ध है.
विमान से ट्रीप ले जानेवाली पहली शाला
बिरला समूह की शाला में अनुभव आधारित शिक्षा पर जोर दिया जा रहा है. इसी कडी में अहमदाबाद में साहस और शैक्षणिक सैर ली गई. सायंस सिटी, साबरमती आश्रम, अक्षरधाम मंदिर सहित शैक्षणिक और सांस्कृतिक स्थलों को भेंट दी गई. अमरावती से विमान से ट्रीप ले जानेवाली पहली शाला बिरला ओपन माइंड्स स्कूल है और ट्रीप का संपूर्ण खर्च संस्था ने किया. उसी प्रकार पूर्व प्राथमिक से माध्यमिक के विद्यार्थियों को पुलिस स्टेशन, डाक घर, बैंक, उद्योग, दमकल, कृषि कॉलेज जैसे स्थानों पर भेंट देकर प्रत्यक्ष अनुभव की शिक्षा ग्रहण की.

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