‘लाडली बहनों’ के लिए बार व्यवसायियों पर अन्याय
विदेशी शराब के डेढ गुना भाव, लाइसेंस के वार्षिक शुल्क और वैट में की गई बढोत्तरी से व्यवसाय पर संकट

* विदर्भ बार एसोसिएशन ने शासन निर्णय का किया कडा विरोध
* एक दिवसीय बंद रख निकालेंगे मोर्चा
* पत्रकार परिषद में अध्यक्ष नितीन मोहोड ने दी जानकारी
अमरावती / दि.5 –शासन द्बारा विदेशी शराब पर डेढ गुना बढोत्तरी के साथ ही लाइसेंस के वार्षिक शुल्क में 15 प्रतिशत और वैट में 5 प्रतिशत बढोत्तरी किए जाने का विदर्भ बार एसोसिएशन ने कडा विरोध किया. शासन द्बारा लिए गए इस निर्णय को वापस लेने के लिए सभी परमिट रूम संचालकों ने एक दिवसीय बंद का आयोजन कर हर जिले में मोर्चा निकालकर जिलाधिकारी ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है, ऐसी जानकारी आज यहां आयोजित पत्रकार परिषद में अमरावती जिला परमिट रूम एसोसिएशन के अध्यक्ष नितीन मोहोड ने दी.
नितीन मोहोड ने पत्रकार परिषद में बताया कि शासन ने 12 साल से लगाया अन्यायपूर्ण वैट और उसमें की हुई बढोत्तरी से पहले ही बार व्यवसाय पर संकट आया. अब लाइसेंस के नूतनीकरण के लिए वार्षिक शुल्क मेें 15 फीसद बढोत्तरी, वैट 5 प्रतिशत से बढाकर 10 प्रतिशत और शराब पर डेढ गुना बढोत्तरी 25 जून से कर दी है. यह एक तरिके से राज्य के परमिट रूम व्यवसायियों पर अन्याय है. संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य में 20 हजार बार है. जहां पर 7 लाख कर्मचारी काम करते है. इसके अलावा इन सभी बारों में आनेवाली खाद्य सामग्री पर 6 लाख लोग निर्भर है. इस तरह राज्य में करीबन 13 लाख परिवार बार संचालकों के यहां काम कर अपना पेट भर रहे है. हर वर्ष राज्य के परिमट रूम संचालक शासन को 30 हजार करोड रुपए का राजस्व देते है. लेकिन वैट, वार्षिक शुल्क और शराब में की गई बेतहाशा बढोत्तरी के कारण यह व्यवसाय संकट में आ गया है. अमरावती जिले में ढाबों सहित अन्य स्थानों पर बेची जाती अवैध शराब के कारण 24 बार जिले में बंद हो गए. इसके अलावा अकोला में 14, वाशिम में 6, नागपुर में 33, यवतमाल 8, चंद्रपुर 12, भंडारा 3, गोंदिया 6 और बुलढाणा जिले में 6 बार बंद हो गए है. आगामी वर्ष और भी परमिट रूम बंद होने की कगार पर है. राज्य सरकार ने लाडली बहनों को खुश करने के लिए शराब व्यवसायियों पर यह गदा डाली है, ऐसा भी नितीन मोहोड ने कहा है. सरकार द्बारा शराब पर शराब के भाव बढाने, लाइसेंस नूतनीकरण पर वार्षिक शुल्क 15 प्रतिशत बढाने और वैट में भी 5 प्रतिशत और बढोत्तरी किए जाने के विरोध में आज शनिवार 5 जुलाई को बडनेरा रोड स्थित होटल हरियाली में विदर्भ बार एसोसिएशन के पदाधिकारी व सदस्यों की बैठक बुलाई थी. जिसमें विदर्भ के करीबन 325 परमिट रूम संचालक शामिल हुए थे. 3 पदाधिकारियों ने हाथों में वैट वृध्दि वापिस लो, वैट हटाओ, परमिट रूम बचाओ आदि फलक लहराते हुए राज्य सरकार के निर्णय का कडा विरोध किया.पत्रकार परिषद में नितीन मोहोड के अलावा चंद्रपुर के परविंदर सिंह भाटीया, धारणी के मालवीय, वाशिम के रामदास राउत, रवींद्रसिंग राणा, यवतमाल के दिलीप बजाज, गोदिेंया के पंकज जयस्वाल, नागपुर के राजू जयस्वाल, अमरावती के राजू राजगुरे, अकोला के पवनीकर,अग्रवाल, देशमुख आदि उपस्थित थे.
14 को रह सकता है बंद?
विदर्भ बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आगामी 14 जुलाई को विदर्भ के सभी परमिट रूम बंद करने का निर्णय लिया है. इस दिन पूरा दिन बंद रख हर जिले में बार व्यवसायी जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकालकर जिलाधिकारी को अपनी मांगो का ज्ञापन देंगे और सरकार के निर्णय का विरोध करेंगे, ऐसा भी अमरावती जिला परमिट रूम एसोसिएशन के अध्यक्ष नितीन मोहोड ने कहा.
* जिले में डुप्लीकेट शराब की बिक्री बढेगी
नितीन मोहोड ने कहा कि परमिट रूम व्यवसायी हर माह 60 हजार रुपए शुल्क अदा करते है. करीबन 50 प्रतिशत बार व्यवसायी ऐसे है जो वाइन शॉप से ही अपने व्यवसाय में लगनेवाली शराब 80 फीसद खरीदते है. केवल 20 फीसद व्यवसायी ही ट्रेडर्स से शराब लेते है. अब सरकार द्बारा की गई वैट और शुल्क बढोत्तरी के कारण अनेक परमिट रूम बंद होगे और ढाबों पर अवैध रूप से शराब बिक्री होगी. इस कारण डुप्लीकेट शराब की बिक्री बढने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. अनेक बार संचालक द्बारा वाइन शॉप से शराब खरीदने के कारण वाईन शॉप संचालकों का चौगुना व्यवसाय बढा है. ढाबा संचालक एक्साईज और पुलिस विभाग की जेब भरते रहने से अवैध शराब की बिक्री खुलेआम चल रही है और अब सरकारी निर्णय से और भी इसमें बढोत्तरी होगी, ऐसा भी नितीन मोहोड ने कहा. इस अवसर पर अमरावती विभाग के पांचों जिले अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम के अलावा नागपुर विभाग के नागपुर, गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर, गढचिरोली, वरोरा, घुग्गुस और वणी के पदाधिकारी व सदस्य बडी संख्या में उपस्थित थे.





