‘लाडली बहन’ का लाभ लेनेवाली महिला जिप कर्मियों की होगी जांच

‘उन’ 61 हजार लाभार्थियों का भविष्य भी 1 सप्ताह में होगा तय

अमरावती /दि.9 – सरकारी व अर्धसरकारी कर्मचारी तथा किसी भी सरकारी योजना में कार्यरत कर्मचारी महिलाओं को लाडली बहन योजना का लाभ लेने की अनुमति नहीं दी गई थी. परंतु कुछ महिला कर्मचारियों ने असल जानकारी को छूपाकर इस योजना का लाभ लिया. जिसमें जिला परिषद की कुछ महिला कर्मचारियों का समावेश रहने की जानकारी है और इसमें से 4-5 महिला कर्मचारी रडार पर आ गई है. जिनके बारे में आगामी एक सप्ताह के भीतर अंतिम रिपोर्ट सामने आएगी. जिसके लिए जिला परिषद के सभी सीडीपीओ को काम पर लगाया गया है. साथ ही इससे पहले इस योजना से अलग की गई 61 हजार महिलाओं के बारे में भी इसी रिपोर्ट के जरिए निर्णय लिया जाएगा.
बता दें कि एक ही परिवार की दो से अधिक लाभार्थी, आयु मर्यादा का उल्लंघन, घर मेें चार पहिया वाहन, सरकारी अथवा अर्ध सरकारी पद पर कार्यरत व तय मर्यादा से अधिक आय रहने जैसे कारणोें के चलते राज्य सरकार ने जिले की 61 हजार लाडली बहनों को ‘रक्षाबंधन भेंट’ देने से इंकार कर दिया था. ऐन त्यौहारी सिजन में लिए गए इस निर्णय के चलते संबंधित लाभार्थी महिलाओं को पिछले महिने सम्मान निधि नहीं मिली थी. जिसमें जिला परिषद की 4 से 5 महिला कर्मचारियोें का समावेश रहने की जानकारी है. इसमें से एक महिला कर्मचारी के अमरावती पंचायत समिति में कार्यरत रहने की बात सामने आयी है. यह महिला सहुलियत का आधार लेकर सरकारी नौकरी पर लगी थी. और उसने अपनी असल जानकारी को छिपाकर लाडली बहन योजना का लाभ लिया था, ऐसा पता चला है. इसके अलावा अन्य महिलाएं जिप की कायम स्वरूपी कर्मचारी नहीं है, बल्कि उनके ठेका नियुक्त रहने का दावा सूत्रों द्बारा किया गया है. जिसके चलते प्रशासन द्बारा अब उन महिलाओं की पडताल की जा रही है और आगामी एक सप्ताह के भीतर उनसे संबंधित रिपोर्ट भी सामने आ जाएगी.
जानकारी के मुताबिक जिले में पात्र लाभार्थी महिलाओं की कुल संख्या 6 लाख 98 हजार है. जिसमें से 61 हजार महिलाओें को इस योजना के लाभ से बाहर कर दिया गया है. जिन महिलाओं को विगत माह से सम्मान निधि देना बंद किया गया है उसमें से करिब 48 हजार महिलाएं एक ही परिवार में 2 से अधिक लाभार्थी रहनेवाली श्रेणी में है. इस योजना के नियम व शर्तों के अनुसार किसी एक परिवार की अधिकतम दो महिलाओं (जिनकी आयू 18 से 65 वर्ष के दौरान हो) द्बारा इस योजना का लाभ लिया जा सकता है. परंतु इस नियम की अनदेखी करते हुए एक ही परिवार की 3-3 महिलाओं ने लाडली बहन योजना का लाभ लिया है, ऐसी जानकारी सामने आयी है. इसके अलावा अन्य कई महिलाओं द्बारा भी लाडली बहन योजना के नियमों व शर्तों की अनदेखी किए जाने की बात सामने आयी है. इसके चलते ऐसी महिला लाभार्थियों के दस्तावेजों की नए सिरे से जांच पडताल की जा रही है.
इसके साथ यह भी पता चला है कि आनेवाले समय में कुछ महिलाओं को पात्रता सूची में शामिल किया जाएगा, जिसके लिए अंगणवाडी सेविकाओं के जरिए तहसील मुख्यालयों में सीडीपीओ के पास डेटा संकलित किया जा रहा है. इस डेटा को जारी सप्ताह के अंत तक जिप प्रशासन के पास प्रस्तुत किया जाएगा. बता दें कि राज्य सरकार ने जुलाई 2024 में विधानसभा चुनाव से पहले ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण’ योजना शुरू की थी जिसके तहत योजना में पात्र महिला लाभार्थियों को प्रति माह 1500 रुपए की सम्मान निधि दिए जाने की घोषणा की गई थी. परंतु पिछले महिने अमरावती जिले की करीब 61 हजार महिलाओं को यह रकम नहीं मिली. जिसे लेकर पता चला है कि एक बार पडताल पूरी हो जाने पर इसमें से अधिकांश महिलाओं को दूबारा 1500 रुपए प्रतिमाह की सम्मान निधि मिलेगी.

* प्रशासन उन महिलाओं पर कार्रवाई की तैयारी में
जिला परिषद की जिन 4 से 5 महिला द्बारा खुद को लाडली बहन योजना में शामिल किया गया है, वे सभी महिलाएं अब खुद होकर इस योजना का लाभ छोडने के लिए तैयार है. परंतु सरकार के परिपत्रकानुसार प्रशासन इस मामले में दोषसिध्दी होने के अपरांत उन महिला के खिलाफ कार्रवाई करनेवाला है. इस समय उन सभी महिला कर्मचारियों की पहचान को गुप्त रखा गया है. परंतु एक सप्ताह के बाद प्राप्त होनेवाली रिपोर्ट के बाद ही उन महिला कर्मचारियों के नामोें व पहचान को गुप्त रखा जाएगा. हालांकि भविष्य में सीईओ के जरिए होनेवाली कार्रवाई के बाद उनकी पहचान उजागर हो सकती है.

* ऐसी है पडताल की प्रक्रिया
जिन परिवारों में 2 से अधिक महिलाओं द्बारा इस योजना का लाभ लिया जा रहा है उनकी संख्या 48 हजार के आसपास है. इस योजना हेतु तय किए गए मानक के अनुसार एक परिवार की 2 से अधिक महिलाओं द्बारा इस योजना का लाभ नहीं लिया जा सकता. परंतु उस परिवारों की महिलाओं ने इस नियम का उल्लंघण किया है. योजना के प्रारंभ में सरकार ने सभी पात्र लाभार्थियों को इस योजना का लाभ देना शुरू किया था. जिसके चलते अब तक सभी महिलाओं को इस योजना का लाभ मिला. परंतु इसके उपरांत सरकार द्बारा कठोर नीति अपनाई जाने के चलते अब प्रत्येक आवेदन की नए सिरे से पडताल की जा रही है. इसके अनुसार अब एक परिवार की अधिकतम दो महिलाएं ही इस योजना हेतु पात्र रहेगी और वे दो महिलाएं कौन रहेगी यह बात संबंधित परिवार की प्रमुख महिला द्बारा खुद आगे आकर प्रशासन को बताना होगा.

* ऐसी है लाडली बहन योजना की स्थिति
कुल आवेदक                                                 708791
पात्र                                                              698000
एक ही परिवार की दो से अधिक महिलाएं            48000
चारपहिया धारक महिलाएं                                  250
खुद से लाभ नकारनेवाली महिलाएं                       244

 

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