भाजपा के ‘भोंपू’ हैं क्या रवि राणा?
विधायक संजय खोडके ने साधा निशाना

* बोले हम अपने दम पर चुनाव लडने सक्षम
* वायएसपी के रहते भाजपा के साथ युति से किया इंकार
अमरावती/दि.17 – मनपा के आगामी चुनाव हेतु जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच अमरावती मनपा क्षेत्र में युति होने की बात लगभग तय हो गई है. वहीं युवा स्वाभिमान पार्टी भी इस गठबंधन में शामिल होने का प्रयास कर रही है. जबकि अजीत पवार गुट वाली राकांपा को लेकर स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं है. क्योंकि न तो भाजपा द्वारा इस बारे में कुछ कहा गया है और न ही अजीत पवार गुट वाली राकांपा की ओर से भी संभावित युति को लेकर अपने पत्ते खोले गए है. लेकिन गत रोज युवा स्वाभिमान पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष व बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा ने अचानक ही अपनी ओर से बयान जारी करते हुए कहा कि, मनपा चुनाव हेतु भाजपा द्वारा अजीत पवार गुट वाली राकांपा को प्रस्तावित युति में शामिल नहीं किया जाएगा. जिस पर पलटवार करते हुए अजीत पवार गुट वाली राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक संजय खोडके ने कहा कि, क्या भाजपा ने विधायक रवि राणा को अपना प्रवक्ता नियुक्त कर दिया है और अगर नहीं तो विधायक राणा बिना वजह भाजपा के लिए ‘भोंपू’ बनकर क्यों घूम रहे हैैं.
इस पूरे मामले को लेकर दैनिक ‘अमरावती मंडल’ के साथ विशेष तौर पर बातचीत करते हुए विधायक संजय खोडके ने कहा कि, अव्वल तो अजीत पवार गुट वाली राकांपा को मनपा चुनाव हेतु किसी भी अन्य पार्टी के साथ युति करने की कोई जरुरत ही नहीं है और हमारे पास सभी प्रभागों में चुनाव जीतने की क्षमता रहनेवाले एक से बढकर एक सक्षम प्रत्याशी है. ऐसे में हमारी फिक्र करने की बजाए विधायक रवि राणा ने खुद अपनी स्थिति को देखना चाहिए. क्योंकि भाजपा और शिंदे गुट के बीच युति तय हो जाने के बावजूद भाजपा द्वारा युवा स्वाभिमान पार्टी को घास तक नहीं डाली गई. लेकिन इसके बावजूद विधायक रवि राणा और उनकी युवा स्वाभिमान पार्टी लगातार भाजपा के पिछलग्गू बने घुम रहे है और प्रयास कर रहे हैं कि, जैसे-तैसे युति में जगह मिलने के साथ ही 8-10 सीटों पर युति के तहत चुनाव लडने का मौका ही मिल जाए. विधायक संजय खोडके ने यह भी कहा कि, दूसरों के पीछे घुमनेवाले ऐसे लोगों ने अन्य लोगों को रास्ता दिखाने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए. क्योंकि हमारा रास्ता पहले से ही पूरी तरह साफ है तथा हमारी दशा व दिशा भी पूरी तरह से स्पष्ट है. साथ ही अजीत पवार गुट वाली राकांपा द्वारा जल्द ही मनपा क्षेत्र के सभी 22 प्रभागों की 87 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम भी घोषित कर दिए जाएंगे. क्योंकि हमारे पास चुनाव लडने के इच्छुकों की कोई कमी भी नहीं है. ऐसे में विधायक रवि राणा जैसे लोगों ने खुद अपनी फिक्र करनी चाहिए. * उन्हें युति में लेने की हमारी और भाजपा की इच्छा नहीं
– विधायक रवि राणा ने दिया था बयान
बता दें कि, गत रोज ही युवा स्वाभिमान पार्टी के मुखिया व विधायक रवि राणा ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा था कि, अजीत पवार गुट वाली राकांपा को वे और भाजपा अपने साथ मनपा चुनाव हेतु युति में नहीं लेना चाहते. इसके लिए विधायक राणा ने तर्क दिया था कि, यदि युति में बहुत अधिक दल शामिल हो जाए, तो फिर इससे टिकट के बटवारे को लेकर काफी समस्याएं पैदा होती है और गठबंधन में शामिल दलों के कार्यकर्ताओं पर भी अन्याय होता है. क्योंकि लंबे समय से पार्टी का काम कर रहे कार्यकर्ता टिकट हासिल करते हुए चुनाव लडने की तैयारी में लगे रहते है. इसके चलते इस बार मनपा चुनाव हेतु होनेवाली युति में भाजपा के साथ शिंदे गुट वाली शिवसेना और युवा स्वाभिमान पार्टी तो शामिल होंगे. लेकिन इस गठबंधन में अजीत पवार गुट वाली राकांपा यानि खोडके गुट को शामिल नहीं किया जाएगा.





