‘स्किन ट्रीटमेंट’ लेने से पहले विशेषज्ञ की डिग्री देखना भी जरुरी

अमरावती /दि.19 – आजकल सुंदर और साफ त्वचा रखने की इच्छा बढ़ गई है. चेहरे पर पिंपल, खुजली या कोई भी त्वचा समस्या दिखाई दी कि लोग तुरंत ‘स्किन स्पेशलिस्ट’ ढूँढते हैं. लेकिन जल्दबाज़ी में वे उपचार करने वाले व्यक्ति की पेशेवर योग्यता जाँचना ही भूल जाते हैं.
* खुद से किया जाने वाला स्कीनकेयर हो सकता है खतरनाक
कई लोग समस्या होने पर डॉक्टर की बजाय इंटरनेट, यूट्यूब या घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं. टीवी के विज्ञापन या दोस्तों की सलाह मानकर क्रीम और लोशन लगा लेते हैं. लेकिन हर व्यक्ति की त्वचा अलग होती है और समस्याएँ भी अलग. ऐसे में कोई भी रसायन या उपचार बिना विशेषज्ञ की सलाह से करना त्वचा को गंभीर नुकसान पहुँचा सकता है.
* गलत उपचार से बढ़ती हैं समस्याएँ
सलून, ब्यूटी पार्लर या केवल तीन महीने का शॉर्ट कोर्स करने वाले लोग भी त्वचा पर ट्रीटमेंट करते दिखाई देते हैं. ऐसे गलत उपचारों के कारण समस्या कम होने के बजाय और बढ़ जाती है. इसी वजह से किसी भी तरह का स्किन ट्रीटमेंट सिर्फ क्वालिफाइड त्वचा रोग विशेषज्ञ से ही करवाना चाहिए, ऐसा सुझाव ख्यातनाम त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरेंद्र सावजी ने दिया है.
* स्किन ट्रीटमेंट लेने से पहले क्या जाँचें?
उपचार करने वाला व्यक्ति एमबीबीएस, और उसके बाद एमडी (त्वचारोग) या डीएनबी (त्वचारोग) पदवीधारक है या नहीं, यह अवश्य देखें. साथ ही, उस डॉक्टर की मेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन है या नहीं, यह भी जाँचना आवश्यक है.
* त्वचा बिगडने के बाद ही पहुँचते हैं डॉक्टर के पास
जब गलत जगह ट्रीटमेंट लेने से त्वचा लाल हो जाती है, सूजन आती है, पिंपल बढ़ जाते हैं या चेहरे पर दाग पड़ते हैं-तब लोग घबराकर असली त्वचा विशेषज्ञ के पास पहुँचते हैं. इस अवस्था में पहले हुए नुकसान को सुधारना कठिन होता है.
* ‘स्किन स्पेशलिस्ट’ कहलाने वाले सभी लोग असली विशेषज्ञ नहीं
‘स्किन स्पेशलिस्ट’ या ‘ब्यूटी एक्सपर्ट’ की उपाधि आज बहुत आसानी से उपयोग में लाई जा रही है. केवल तीन-छह महीने का ब्यूटी कोर्स करने वाले लोग भी खुद को ‘स्किन स्पेशलिस्ट’ बताकर लेज़र, पीलिंग जैसे उपचार करते हैं. इनमें कई उपचार ऐसे होते हैं, जिनसे त्वचा पर कायमस्वरूपी नुकसान हो सकता है. सिर्फ डर्मेटोलॉजिस्ट (त्वचा रोग विशेषज्ञ) ही त्वचा के रोगों और सौंदर्य उपचारों के अधिकृत विशेषज्ञ होते हैं.
* सलून, ब्यूटी पार्लर और डेंटल क्लिनिक में भी किए जा रहे स्किन ट्रीटमेंट
आजकल कई सलून, ब्यूटी पार्लर और कुछ डेंटल क्लिनिक भी हेयर रिमूवल लेज़र, केमिकल पीलिंग, फिलर्स जैसे उपचार कर रहे हैं. इन स्थानों पर उपचार करने वालों के पास न तो त्वचा की संरचना का ज्ञान होता है, न ही रोगों का. इसलिए जटिलता होने का खतरा अधिक रहता है.

स्किन ट्रीटमेंट लेने से पहले उपचार करने वाले की डिग्री और मेडिकल रजिस्ट्रेशन अवश्य जाँचें. कॉस्मेटोलॉजी कोर्स करने वाले लोग त्वचा के रोगों का इलाज नहीं कर सकते. गलत उपचार जानलेवा भी हो सकता है या स्थायी नुकसान कर सकता है. त्वचा की देखभाल हमेशा अधिकृत डॉक्टर से ही कराएँ.
– डॉ. वीरेंद्र सावजी,
त्वचा रोग विशेषज्ञ

Back to top button