युवाओं को कला, संस्कृति और परंपरा से परिचित कराना जरुरी

सचिन भेंडे का बैलपोला कार्यक्रम में प्रतिपादन

अमरावती /दि.25 – हमारे कृषिप्रधान देश में किसानों के देवता, किसानों का सहारा, बैलपोला है. अधिकांश किसान बैलों की जोडी पर अपनी खेती का व्यवसाय करते हैं. समय के साथ आधुनिक तकनीक का उपयोग करके खेती की जाती है.
चाहे तकनीक कितनी भी वितसित क्यों न हो गई हो, अपनी संस्कृति, कला और परंपरा को संजोए रखना और संरक्षित करना समय की मांग बन गई है. आनेवाली पीढियों के लिए खासकर छोटे बच्चों के बीच हमारी संस्कृति को जानना महत्वपूर्ण है. साईनगर वार्ड में गजेंद्र बोंडे की पहल पर साई हेरिटेज में एक तान्हा पोला कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कई युवा चरवाहों ने इसमें भाग लिया और राष्ट्रहित के साथ-साथ किसानों के हित के कई संदेश दिए. इस कार्यक्रम के अवसर पर मार्गदर्शक सुनील राणा, भाजपा शहर अध्यक्ष नितिन धांडे, युवा स्वाभिमान पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सचिन भेंडे, देवा शेंडे, प्रशांत कवारे आदि ने शिरकत की.

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