राधाकृष्ण मंदिर मे धूमधाम से मनाया गया जन्माष्टमी महोत्सव

अमरावती /दि.18 – श्रीकृष्ण भक्त मंडळ के द्वारे राधाकृष्ण मंदिर दिपनगर पूजा कॉलनी जलाराम नगर परिसर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूम धाम से मनाया गया सुबह  नामस्मरण ,पारायण  मंगलस्नान तथा उपाहार पश्चात रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव उत्साह से मनाया गया ऐसी जानकारी  श्रीकृष्ण भक्त मंडल की महिला संघटक वैशाली ढेपे  इनकी द्वारे दि गयी. राधाकृष्ण मंदिर श्याम 8 बजे हभप श्री तुळशीदासजी धर्माळकर महाराज इनके अमृतवाणीसे संगीतमय भगवान श्रीकृष्ण की कथे का विस्तृत विवरण श्रीकृष्ण की जन्म तक पुरी कथा का प्रवचन उपस्थित श्रद्धा लोगो रात के 11.30 बजे तक बताया भगवान श्रीकृष्ण की जनम के पहिले देवकी के 7 अपत्य की कंस ने कैसे हत्या की इसका कथे मे विस्तृत  विवरण किया.
श्रीकृष्ण का जन्म हुआ उस टाइम जो भव्य दिव्य चमत्कार हुए वो देखने लायक थे उनकी माता पिता की सात दरवाजे अपने आप खुल गए. जंजिरा की बडी बडी कडिया अपने आप गिर गई. भगवान लीला के सामने कुछ भी नही है अच्छे कर्म करोगे तो अच्छा ही फल मिलेगा, और  सत्य के सामणे असत्य कभी भी ठीक नही सकता, 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुवा तब राधाकृष्ण मंदिर फटाके आतीश बाजी से पूरा परिसर देखणे लायक था. भगवान कृष्ण की प्रतिमा झुले मे डालके महिला मंडल की और से भगवान कृष्ण के जनमदिन की गाने के साथ आरती की गई  भगवान श्रीकृष्ण को मनोहर पंत देशपांडे की और से  छप्पन भोग  लगाया गया, कृष्ण जन्म होने के बाद भगवान श्रीकृष्ण का कौस्तुभ चरहाटे और अनुराधा चराहटे इनके द्वारे भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक किया गया.
पदवळ ब्राह्मण,महाराज इनके उपस्थिती मे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी  महोत्सव को जलाराम नगर ,दीप नगर, पूजा कॉलनी, मोती नगर, किरण नगर श्रीकृष्ण कॉलनी सभी परिसर के नागरिकको उपस्थित थी , श्रीकृष्ण भक्त मंडल के सर्वश्री श्री सतीश ढेपे, रमेश निलंगे, गजानन दादा चराहटे ,प्रकाश लकडे, विजय अनासने प्रमोद कडू ,सचिन पाटणे, विजय कदम, डॉक्टर नरेंद्र रोंगे, डॉक्टर राजेंद्र काकडे नितीन फुसे कौस्तुभ चराहटे महिला मंडल की और से वैशाली ढेपे सुनिता चराहटे संध्याताई धोटे नंदा कडू वैशाली मानकर मीनाक्षी अनासाने जयश्री गायगोले प्रणिता आगरकर उषाताई  पाटणे जुनंनकर ताई अर्चना कपिले मीना उदावंत अनुराधा चराहटे सुनंदा बेडेकर बडी संके श्रद्धा लोकी उपस्थिती मे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम उत्साह से मनाया गया.
Back to top button