धनतेरस पर जमकर हुई आभूषण, फ्लैट व वाहनों की खरीदी
दामों में तेजी के बावजूद ग्राहकों में जबरदस्त उत्साह

* कपडों व गृहपयोगी वस्तुओं सहित एलइडी, एसी व फ्रीज की भी अच्छी-खासी मांग
* दीपावली पर खरीददारी हेतु बाजार में तौबा भीड, सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ग्राहकी की रेलचेल
अमरावती /दि.18 – आज से पांच दिवसीय दीपोत्सव का प्रारंभ धनतेरस के पर्व से हुआ और धनतेरस के पर्व पर मुहरत की खरीददारी करने की परंपरा रहने के चलते आज सोने-चांदी व हीरे के आभूषण, डुप्लेक्स, फ्लैट, चारपहिया व दो पहिया वाहन सहित कपडे, बर्तन व गृहपयोगी वस्तुओं की जमकर खरीददारी हुई. अधिकांश लोगों ने पहले से ही अपनी खरीददारी हेतु बुकिंग कर रखी थी और डिलेवरी लेने हेतु धनतेरस का मुहूर्त तय कर रखा था. जिसके चलते आज बाजार में तौबा भीड दिखाई दी.
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले लोगबाग एक तोला सोने के गहने सहज खरीद लिया करते थे, परंतु अब सोने-चांदी के दामों में जबरदस्त इजाफा होने के चलते धनतेरस पर गहनों की ग्राहकी होगी अथवा नहीं, ऐसी चिंता जताई जा रही थी. परंतु धनतेरस के मुहरत निमित्त एक नहीं तो आधा तोला सोने के गहने खरीदने के लिए ग्राहक सराफा बाजारों में पहुंचे. साथ ही चांदी की भी जमकर बुकिंग व खरीदी हुई. जिसके चलते सराफा व्यवसायियों की जान में जान आई. इसके साथ ही इस बार धनतेरस व दीपावली पर्व के निमित्त रियल इस्टेट में भी खरीदी-बिक्री को लेकर अच्छी-खासी तेजी देखी गई और जीएसटी में कटौती होने के चलते दुपहिया व चार पहिया वाहनों की खरीदी के लिए सभी तरह के वाहनों के शोरुम में आज दिनभर वाहनों की डिलेवरी देने का दौर चलता रहा.
दीपावली के पर्व पर सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा नए कपडे पहने ही जाते है. साथ ही इन दिनों लोगबाग रेडीमेड कपडे पहनना ज्यादा पसंद करते है. इसके चलते जयस्तंभ से लेकर जवाहर गेट के बीच स्थित सभी तरह के कपडा प्रतिष्ठानों में भी महिला व पुरुषों तथा बच्चों व बुजूर्गों की जबरदस्त भीड दिखाई दी तथा कपडा मार्केट में पांव रखने के लिए भी जगह नहीं थी. विशेष तौर पर बच्चों के कपडे और महिलाओं की साडियों की खरीददारी के लिए अच्छी-खासी भीडभाड वाली स्थिति संबंधित प्रतिष्ठानों में रही. इन सबके साथ ही एलसीडी, एसी व फ्रीज जैसी गृहपयोगी वस्तुओं के प्रतिष्ठानों में भी आज पूरा दिन अच्छी-खासी ग्राहकी का दौर चलता रहा. जिसके चलते बाजार में हर ओर आज पूरा दिन जबरदस्त चहल-पहल वाला दौर चलता रहा.





